काल भैरव अष्टमी पर दान करने योग्य वस्तुएं
काल भैरव अष्टमी का दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप को समर्पित है। इस दिन विशेष वस्तुओं का दान करने से भक्तों के जीवन से कष्ट और नकारात्मकता दूर होती है। जानें कौन सी वस्तुएं दान करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं।
| Nov 12, 2025, 05:17 IST
भगवान शिव के रौद्र स्वरूप का दिन
काल भैरव अष्टमी का महत्व
यह दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव को समर्पित है। इस दिन उनकी पूजा करने और विशेष वस्तुओं का दान करने से भक्तों के जीवन से सभी कष्ट और नकारात्मकता दूर होती है, जिससे घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास चीजों का दान करना अत्यंत लाभकारी होता है।
दान करने योग्य वस्तुएं
- सरसों का तेल: यह काल भैरव को प्रिय है और शनि देव से भी जुड़ा है। इसका दान करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। इसे किसी जरूरतमंद को या शनि मंदिर में दान करें। यह स्वास्थ्य समस्याओं को कम करता है और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
- काले तिल: काले तिल का संबंध शनि और राहु-केतु से है। इसे किसी ब्राह्मण या गरीब को दान करें। यह पितृ दोष से मुक्ति दिलाता है और दुर्भाग्य को दूर करता है।
- उड़द की दाल: उड़द की दाल भी काल भैरव से संबंधित है। इसे गरीबों को दान करें। यह आपके कर्मों से जुड़े दोषों को कम करता है।
- काले या गहरे नीले रंग के वस्त्र: इन रंगों को काल भैरव प्रिय मानते हैं। इन्हें किसी गरीब को दान करें। ठंड में कंबल देना भी पुण्यकारी होता है।
- गुड़ और चना: यह भगवान भैरव के प्रिय भोग में से एक है। इसे बच्चों या गरीबों को दान करें। यह आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है।
- काले कुत्ते को भोजन: काला कुत्ता काल भैरव का वाहन है। उन्हें भोजन कराना बहुत पुण्यकारी होता है।
