Newzfatafatlogo

शंघाई में किशोरों की हरकत से हॉटपॉट रेस्टोरेंट को 2.6 करोड़ का मुआवज़ा

चीन के शंघाई में हैडिलाओ हॉटपॉट रेस्टोरेंट में दो किशोरों की नशे में की गई हरकत ने विवाद खड़ा कर दिया है। किशोरों ने हॉटपॉट शोरबा में पेशाब किया, जिसका वीडियो वायरल हो गया। इसके परिणामस्वरूप, अदालत ने उनके माता-पिता को 2.6 करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने का आदेश दिया। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और अदालत के फैसले के बारे में।
 | 
शंघाई में किशोरों की हरकत से हॉटपॉट रेस्टोरेंट को 2.6 करोड़ का मुआवज़ा

शंघाई हॉटपॉट रेस्टोरेंट का विवादास्पद वीडियो

शंघाई हॉटपॉट रेस्टोरेंट का वायरल वीडियो: चीन के शंघाई में स्थित हैडिलाओ, जो देश का सबसे बड़ा हॉटपॉट रेस्टोरेंट है, हाल ही में एक विवाद में फंस गया है। दो नाबालिग, जो नशे में थे, ने एक ऐसी हरकत की जिससे पूरे देश में हंगामा मच गया। इस घटना के परिणामस्वरूप, एक अदालत ने किशोरों के माता-पिता को 2.2 मिलियन युआन (लगभग ₹2.6 करोड़) का मुआवज़ा देने का आदेश दिया है।


घटना का विवरण:

दरअसल, शंघाई के एक हॉटपॉट रेस्तरां में दो किशोर मेज पर खड़े होकर हॉटपॉट शोरबा में पेशाब कर रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया और रेस्टोरेंट की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान हुआ। वीडियो के प्रसार के बाद, हैडिलाओ ने तुरंत सिचुआन में पुलिस को सूचित किया, जहां इसका मुख्यालय है।


पुलिस ने शिकायत के बाद दोनों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया। मार्च में, कंपनी ने 23 मिलियन युआन (लगभग 27 करोड़ रुपये) के हर्जाने और सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए एक सिविल मुकदमा दायर किया। यह मामला शंघाई की हुआंगपू जिला अदालत में पहुंचा, जहां अदालत ने किशोरों के माता-पिता को 2.2 मिलियन युआन का भुगतान करने का आदेश दिया।


अदालत का निर्णय:

अदालत ने कहा कि किशोरों ने जानबूझकर संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन किया और अपमानजनक व्यवहार से रेस्तरां की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया। इसके साथ ही, माता-पिता को अभिभावकीय जिम्मेदारी न निभाने का दोषी ठहराया गया। उन्हें 2 मिलियन युआन प्रतिष्ठा और व्यवसायिक नुकसान के लिए, 1.3 लाख युआन टेबलवेयर और सफाई के लिए, और 70,000 युआन कानूनी खर्चों के लिए भुगतान करने का आदेश दिया गया।


अदालत ने किशोरों और उनके माता-पिता को समाचार पत्रों में सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने का निर्देश दिया, जिसमें नाबालिगों की गोपनीयता का ध्यान रखा जाएगा। अदालत ने कहा कि यह घटना न केवल एक रेस्तरां की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह माता-पिता की जिम्मेदारी और किशोरों के व्यवहार पर भी सवाल उठाती है।