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ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम में सुरक्षा पर जोर दिया

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने 5वें राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम में मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अब डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से दवाओं से जुड़े दुष्प्रभावों की रिपोर्ट कर सकता है। यह पहल स्वास्थ्य प्रणाली की विश्वसनीयता को बढ़ाने में मदद करेगी। जानें इस कार्यक्रम के बारे में और कैसे यह आम जनता के विश्वास को मजबूत करेगा।
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ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम में सुरक्षा पर जोर दिया

फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम का उद्घाटन

सूचना स्रोत: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (DGCI) के प्रमुख डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने आज 5वें राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम को संबोधित किया। इस वर्ष का विषय था "आपकी सुरक्षा, बस एक क्लिक दूर, PvPI को रिपोर्ट करें"। यह आयोजन इंडियन फार्माकोपिया कमिशन और नेशनल कोऑर्डिनेशन सेंटर, फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित किया गया।



डॉ. रघुवंशी ने बताया कि फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया ने इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अब, डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से, कोई भी व्यक्ति आसानी से अपनी शिकायत या अनुभव साझा कर सकता है। उन्होंने कहा कि आपकी सुरक्षा अब केवल एक क्लिक की दूरी पर है। PvPI का उद्देश्य दवाओं के उपयोग से संबंधित सभी जानकारी को रिकॉर्ड करना और समय पर उसका मूल्यांकन करना है।


यह पहल न केवल मरीजों के लिए, बल्कि स्वास्थ्य प्रणाली की विश्वसनीयता और गुणवत्ता को भी बढ़ावा देगी। डॉ. रघुवंशी ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों, फार्मासिस्टों और आम नागरिकों से अपील की कि वे दवाओं से जुड़े किसी भी दुष्प्रभाव को नजरअंदाज न करें और तुरंत PvPI पर रिपोर्ट करें। यह आयोजन भारत की स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे दवा निगरानी प्रणाली और अधिक प्रभावी बनेगी और आम जनता का विश्वास मजबूत होगा।