प्रोस्टेट कैंसर: लक्षण, कारण और उपचार की जानकारी

प्रोस्टेट कैंसर का परिचय
प्रोस्टेट कैंसर का उपचार: प्रोस्टेट ग्रंथि, जो पुरुषों के प्रजनन तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, में होने वाला कैंसर प्रोस्टेट कैंसर कहलाता है। यह आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन कुछ मामलों में यह तेजी से फैल सकता है। प्रोस्टेट ग्रंथि, जो अखरोट के आकार की होती है, मूत्राशय के नीचे और रेक्टम के आगे स्थित होती है। यह ग्रंथि सीमेन में मौजूद तरल पदार्थों का निर्माण करती है और शुक्राणुओं को सुरक्षित रखती है। प्रोस्टेट कैंसर के दौरान, कैंसर की कोशिकाएं ग्रंथि में विकसित होने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। इसलिए, प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों को समय पर पहचानना और उपचार कराना आवश्यक है। इस विषय पर जानकारी साझा कर रहे हैं ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. तुषार पाटिल, जिन्होंने इस विषय पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है।
प्रोस्टेट कैंसर के प्रारंभिक लक्षण
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण | Early Signs Of Prostate Cancer
- पेशाब में रुकावट आना, जिससे यूरिन फ्लो कम हो जाता है और पेशाब रुक-रुक कर आता है। पेशाब करते समय जलन भी महसूस हो सकती है।
- ब्लैडर और बाउल कंट्रोल में समस्या आ सकती है।
- इजैक्यूलेट करने में कठिनाई और दर्द का अनुभव हो सकता है।
- पेशाब या सीमेन में खून दिखाई दे सकता है।
- निचली पीठ और सीने में दर्द महसूस हो सकता है।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है?
प्रोस्टेट कैंसर क्या होता है (What Is Prostate Cancer)
प्रोस्टेट कैंसर, प्रोस्टेट ग्रंथि का कैंसर है, जो पुरुषों के युरेथरा को कवर करती है। डॉक्टर के अनुसार, प्रोस्टेट ग्रंथि में आमतौर पर दो मुख्य समस्याएं होती हैं: पहली बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लाजिया, जिसमें ग्रंथि का आकार बढ़ता है, और दूसरी मैलिनेंट प्रोस्टेट कैंसर, जिसमें कैंसर ग्रंथि की बाहरी परत में फैलता है। इन दोनों समस्याओं के लक्षण यूरिनरी ऑब्सट्रक्शन के समान होते हैं, जिसमें यूरिन का फ्लो कम हो जाता है और बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता होती है। यदि कैंसर का पता अंतिम चरण में लगाया जाए, तो पेशाब में खून भी दिखाई दे सकता है।
प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम कारक
प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क फैक्टर्स क्या हैं (Prostate Cancer Risk Factors)
- बढ़ती उम्र में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक होता है।
- यदि परिवार में किसी को प्रोस्टेट कैंसर हुआ हो, विशेषकर यदि 2 या 3 बार देखा गया हो, तो व्यक्ति को इसका खतरा अधिक होता है।
- जेनेटिक्स भी प्रोस्टेट कैंसर के विकास में योगदान कर सकते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर का खतरा किसे है?
किन लोगों को प्रोस्टेट कैंसर का खतरा ज्यादा है
डॉक्टर के अनुसार, 60 से 70 वर्ष के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर अधिक सामान्य है। हालाँकि, भारत में कम उम्र के पुरुषों में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है, और 45 से 50 वर्ष के पुरुषों में भी यह आम होता जा रहा है।