फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन: माता-पिता बनने की राह में मददगार

बच्चे की योजना में देरी के कारण
आजकल कई विवाहित जोड़े बच्चे की योजना को टालते रहते हैं। इसके पीछे व्यक्तिगत, वित्तीय या देर से शादी करने जैसे कारण हो सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ छोटी-छोटी गलतियाँ भविष्य में बड़ी समस्याएँ पैदा कर सकती हैं? महिलाओं की प्रजनन क्षमता 35 वर्ष की उम्र के बाद घटने लगती है, जिससे माँ बनना कठिन हो सकता है। वहीं, पुरुषों को 40 वर्ष के बाद प्रजनन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन एक उपयोगी प्रक्रिया साबित हो सकती है।
वर्ल्ड IVF डे का महत्व
हर साल 25 जुलाई को वर्ल्ड IVF डे मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य IVF तकनीक को सामान्य चिकित्सा प्रक्रियाओं की तरह स्वीकार करना है। 1978 में इसी दिन पहली बार IVF प्रक्रिया से टेस्ट ट्यूब बेबी का जन्म हुआ था। इस वर्ष की थीम 'सेलिब्रेटिंग होप, एडवांसिंग साइंस' है, जो विज्ञान में प्रगति और प्रजनन क्षमता में सुधार को दर्शाती है।
विशेषज्ञों की राय
गुड़गांव के बिरला फर्टिलिटी एंड IVF की विशेषज्ञ डॉक्टर प्राची बेनारा बताती हैं कि फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन एक चिकित्सा प्रक्रिया है, जो जोड़ों को अपनी वर्तमान प्रजनन क्षमता को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने में मदद करती है। यह परिवार की योजना बनाने में भी सहायक होती है।
फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन की आवश्यकता
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रजनन क्षमता का उम्र से गहरा संबंध है। महिलाओं में 35 वर्ष के बाद प्रजनन क्षमता में कमी आती है, जबकि पुरुषों में 40 वर्ष के बाद शुक्राणुओं की गुणवत्ता में बदलाव आ सकता है। इस प्रकार, उम्र बढ़ने के साथ गर्भधारण की संभावनाएँ घटती जाती हैं। हालांकि, युवा जोड़े इस बारे में जानते हैं, फिर भी सही समय पर गर्भधारण का निर्णय नहीं लेते।
फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन प्रक्रिया
यह प्रक्रिया महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए होती है। महिलाएँ अपने अंडाणुओं को फ्रीज करवा सकती हैं, साथ ही एम्ब्रियो फ्रीजिंग और ओवरी टिशू को भी सुरक्षित रख सकती हैं। पुरुषों के लिए स्पर्म बैंक्स उपलब्ध हैं, जहाँ वे अपने शुक्राणुओं को सुरक्षित रख सकते हैं।
किसे फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन करवाना चाहिए?
- यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए आवश्यक है जो कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी या रेडिएशन से गुजर रहे हैं, क्योंकि ये उपचार अंडाणुओं और शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं।
- यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिनके परिवार में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इतिहास है, जैसे एंडोमेट्रायोसिस या प्रीमैच्योर ओवेरियन इंसफिशिएंसी।
- युवा जोड़ों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण विकल्प है, क्योंकि आजकल लोग बच्चे पैदा करने में समय लगाते हैं और बिगड़ी हुई जीवनशैली भी एक कारण बन सकती है।