फास्ट फूड के स्वास्थ्य पर प्रभाव: एक्सपर्ट की सलाह

फास्ट फूड से जुड़ी स्वास्थ्य चेतावनियाँ
फास्ट फूड के स्वास्थ्य पर प्रभाव: हाल ही में समोसा और जलेबी के बारे में एक स्वास्थ्य गाइडलाइन जारी की गई थी, जिसमें इन्हें सेहत के लिए हानिकारक बताया गया था। हालांकि, इसके बाद न्यूट्रिशन वैल्यू को लेकर कुछ भ्रम दूर कर दिए गए थे। यह जानना जरूरी है कि फास्ट फूड में केवल समोसा और जलेबी ही नहीं, बल्कि मोमोज, पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक भी शामिल हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आइए, विशेषज्ञों से जानते हैं।
विशेषज्ञों की राय
डॉक्टर अक्षत चड्ढा, एक प्रसिद्ध न्यूट्रिशनिस्ट, का कहना है कि हमारी दैनिक डाइट में स्नैक्स का एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो धीरे-धीरे फास्ट फूड में बदल रहे हैं। कई ऐसे लोकप्रिय व्यंजन हैं, जिन्हें लोग नियमित रूप से खाते हैं। हालांकि, इनका स्वाद अच्छा होने के बावजूद, ये हमारी सेहत के लिए कोई लाभ नहीं पहुंचाते। ऐसे स्नैक्स दिल, लिवर और इम्यूनिटी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
फास्ट फूड के 5 हानिकारक विकल्प
पिज्जा: विशेषज्ञों के अनुसार, पिज्जा को 15 दिन में केवल एक बार खाना उचित है। इसके एक स्लाइस में 250 से 300 कैलोरी और 600 मिलीग्राम सोडियम होता है, जो लिवर पर बुरा असर डालता है।
बर्गर: यह स्नैक बच्चों और बड़ों दोनों में लोकप्रिय है। बर्गर का बन उच्च सेचुरेटेड सोडियम वाले मैदे से बना होता है, और इसकी पैटी डीप फ्राई की जाती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
मोमोज: मैदे से बने मोमोज को महीने में दो बार से अधिक नहीं खाना चाहिए। ये रोड साइड स्नैक्स में सबसे अधिक लोकप्रिय हैं, लेकिन ये फैटी लिवर और किडनी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
पास्ता: व्हाइट, पिंक और रेड सॉस पास्ता आजकल युवाओं में बहुत लोकप्रिय है। यह शुगर लेवल को बढ़ाता है और ओबेसिटी को बढ़ावा देता है। बच्चों को इसे 2-3 महीने में एक बार और अन्य लोगों को 1 महीने में एक बार खाना चाहिए।
आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक: बच्चों में इन दोनों खाद्य पदार्थों की लत जल्दी लग जाती है। ये शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ाते हैं और गट हेल्थ के लिए हानिकारक होते हैं। कोल्ड ड्रिंक का सेवन पूरी तरह से बंद करने की सलाह दी जाती है।