भारत की संप्रभुता पर जोर देते हुए मौलाना मदनी का अमेरिका के टैरिफ पर कड़ा बयान

मौलाना मदनी का सख्त रुख
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने स्पष्ट और सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय दबाव के सामने झुकने की आवश्यकता नहीं है.
भारत की पहचान और गौरव
मौलाना मदनी ने यह भी कहा कि भारत को अपने वर्तमान रुख को बनाए रखना चाहिए। किसी भी बड़ी शक्ति के सामने झुकना हमारे देश की गरिमा के खिलाफ होगा। भारत की पहचान एक मजबूत राष्ट्र के रूप में है, और इसे कमजोर नहीं होने देना चाहिए.
विश्व राजनीति में भारत की भूमिका
उन्होंने आगे कहा कि आज भारत वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अमेरिका या किसी अन्य देश द्वारा लगाए गए टैरिफ या आर्थिक दबाव से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। देश की नीतियों को जनहित और राष्ट्रीय हित के आधार पर बनाना चाहिए, न कि बाहरी शक्तियों की इच्छाओं के अनुसार.
आत्मनिर्भरता और आर्थिक मजबूती
मदनी ने यह भी बताया कि भारत के पास एक विशाल बाजार और मजबूत अर्थव्यवस्था है, जो किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है। यदि भारत आत्मनिर्भरता और मजबूत नीतियों के साथ आगे बढ़ता है, तो कोई भी विदेशी दबाव देश के विकास को रोक नहीं पाएगा। यह बयान मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में एक मजबूत राष्ट्रवादी संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और आर्थिक संप्रभुता को उजागर करता है.