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छठ पूजा में गन्ने के स्वास्थ्य लाभ और रेसिपी

छठ पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें गन्ना एक खास स्थान रखता है। यह न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। जानें गन्ने के स्वास्थ्य लाभ और इसे 'गन्ने के रस के चावल' के रूप में कैसे तैयार करें। इस सरल रेसिपी के साथ, आप त्योहार का आनंद लेते हुए अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकते हैं।
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छठ पूजा में गन्ने के स्वास्थ्य लाभ और रेसिपी

छठ पूजा: एक आध्यात्मिक उत्सव


नई दिल्ली: छठ पूजा भारत के प्रमुख और आध्यात्मिक त्योहारों में से एक है, जिसे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर, लोग विशेष प्रसाद तैयार करते हैं, जिसमें लौकी, ठेकुआ, ताजे फल और गन्ना शामिल होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गन्ना केवल भक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह आपकी सेहत के लिए एक सुपरफूड भी है?


गन्ने के स्वास्थ्य लाभ

गन्ना और उसका जूस कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने, पाचन में सहायता करने और पेट को ठंडा रखने में मदद करता है। गन्ने में मौजूद फाइबर पेट की सेहत को सुधारता है और कब्ज से बचाता है। आप इसे चबाकर, जूस के रूप में या अपनी डाइट में विभिन्न तरीकों से शामिल कर सकते हैं। छठ पूजा के दौरान गन्ने को शामिल करने का एक पारंपरिक और स्वादिष्ट तरीका है 'गन्ने के रस के चावल' बनाना। यह रेसिपी सरल है और स्वाद और ऊर्जा से भरपूर है।



  1. पहले कुछ चावल को धोकर 15-20 मिनट के लिए भिगो दें।

  2. ताजा गन्ने का रस निकालकर एक पैन में डालें।

  3. इसे धीरे-धीरे उबालें जब तक गंदगी ऊपर न आ जाए, फिर उन्हें चम्मच से निकाल दें।

  4. जब रस साफ हो जाए, तो भीगे हुए चावल डालें और धीमी आंच पर नरम होने तक पकाएं।

  5. दूसरे पैन में थोड़ा घी गरम करें, सूखे मेवों को सुनहरा होने तक भूनें और उन्हें पके हुए चावल में मिला दें।


गन्ने के रस के चावल का सेवन

आपका मीठा, सुगंधित और स्वास्थ्यवर्धक 'गन्ने के रस के चावल' परोसने के लिए तैयार है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि गन्ना शरीर पर ठंडा प्रभाव डालता है, जिससे यह गर्म मौसम में विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसमें नैचुरल ग्लूकोज प्रचुर मात्रा में होता है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और थकान से लड़ने में मदद करता है। हालांकि, विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि डायबिटीज के रोगियों को इससे बचना चाहिए, क्योंकि इसमें नैचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है।