परफ्यूम और डिओडरेंट का सुरक्षित उपयोग: जानें विशेषज्ञों की सलाह
परफ्यूम और डिओडरेंट का महत्व
आजकल, परफ्यूम और डिओडरेंट हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। चाहे ऑफिस हो, कॉलेज या कोई सामाजिक समारोह, लोग इन्हें लगाना अनिवार्य समझते हैं। लेकिन क्या अधिक मात्रा में इनका उपयोग करना सही है? शोध से पता चलता है कि इनमें मौजूद कुछ रासायनिक तत्व शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय और सही उपयोग के तरीके।
त्वचा पर प्रभाव
परफ्यूम और डिओडरेंट में अल्कोहल और कृत्रिम सुगंध जैसे तत्व होते हैं, जो त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बार-बार या अधिक मात्रा में उपयोग करने से त्वचा में सूखापन, रैशेज या जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि इन उत्पादों को सीधे त्वचा पर लगाने के बजाय कपड़ों पर छिड़कना बेहतर है, ताकि रासायनिक प्रभाव कम हो सके। विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों को इनसे सावधानी बरतनी चाहिए।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
सांस लेने में कठिनाई
परफ्यूम में मौजूद वाष्पशील रसायन हवा में मिलकर फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं। इनका अत्यधिक उपयोग सिरदर्द, चक्कर आना और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। एलर्जी या अस्थमा से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए, बंद स्थानों या एयर-कंडीशंड कमरों में इनका अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए.
हार्मोनल प्रभाव
हार्मोनल संतुलन पर असर
कुछ परफ्यूम और डिओडरेंट में फ्थैलेट्स जैसे तत्व होते हैं, जो शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि लंबे समय तक इन रसायनों के संपर्क में रहने से हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन क्षमता में कमी और थायरॉयड जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, 'paraben-free' या 'phthalate-free' उत्पादों का चयन करना बेहतर है।
विशेष सावधानियाँ
बच्चों और बुजुर्गों पर खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसलिए परफ्यूम के रसायनों का प्रभाव उन पर जल्दी होता है। छोटे बच्चों पर परफ्यूम का छिड़काव करने से बचना चाहिए, क्योंकि उनकी सांस लेने की क्षमता संवेदनशील होती है। बुजुर्गों में भी इससे सिरदर्द, त्वचा में जलन या एलर्जी जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं.
सुरक्षित उपयोग के तरीके
कैसे करें सुरक्षित उपयोग
विशेषज्ञों का सुझाव है कि परफ्यूम या डिओडरेंट का उपयोग सीमित मात्रा में करें। इन्हें नहाने के बाद कपड़ों पर हल्के से स्प्रे करें और शरीर के खुले हिस्सों से दूरी बनाए रखें। प्राकृतिक खुशबू वाले या हर्बल विकल्प चुनना बेहतर होगा। यदि किसी विशेष परफ्यूम से एलर्जी होती है, तो उसका उपयोग तुरंत बंद करें और त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
