शादी में दरार के 15 कारण: रिश्ते को मजबूत बनाने के उपाय
शादी में दरार के कारण
आजकल शादी करना जितना सरल लगता है, उसे निभाना उतना ही चुनौतीपूर्ण हो गया है। पहले रिश्ते समझदारी और त्याग पर आधारित होते थे, लेकिन अब छोटी-छोटी बातों पर भी विवाद उत्पन्न हो रहे हैं। कई लोग शादी के पहले साल में ही तलाक ले रहे हैं। प्रसिद्ध रिलेशनशिप कोच और लेखक ज्वाल भट्ट ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि आजकल रिश्ते इतनी जल्दी क्यों टूट रहे हैं। उन्होंने 15 महत्वपूर्ण कारण बताए हैं जो हर विवाहित जोड़े के लिए सीखने योग्य हैं। आइए जानते हैं:
जल्दबाजी में शादी
ज्वाल भट्ट का कहना है कि बिना एक-दूसरे को समझे शादी करना, विशेषकर अरेंज मैरिज में, एक बड़ी गलती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि जोड़ों को शादी से पहले कम से कम छह महीने तक एक-दूसरे को जानना चाहिए।
महत्वपूर्ण बातें छिपाना
शादी से पहले करियर, बच्चों या वित्तीय मामलों पर खुलकर चर्चा न करना बाद में झगड़ों का कारण बन सकता है। रिश्ते में ईमानदारी की शुरुआत से ही आवश्यकता होती है।
कथन और कर्म में अंतर
एक बात कहना और दूसरी करना विश्वास को तोड़ता है। जब वादे पूरे नहीं होते, तो रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है।
सिर्फ़ आकर्षण पर आधारित शादी
केवल दिखावे के आधार पर शादी करना खतरनाक हो सकता है। एक मजबूत रिश्ता तब बनता है जब दोनों पार्टनर के विचार, व्यवहार और जीवनशैली एक-दूसरे से मेल खाते हों।
काम और रिश्ते के बीच संतुलन का अभाव
जब दोनों पार्टनर अपने काम में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि एक-दूसरे के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो प्यार की जगह खालीपन आ जाता है।
ज़्यादा उम्मीदें
विशेषज्ञों का कहना है कि किसी रिश्ते में अत्यधिक भावनात्मक, आर्थिक या शारीरिक अपेक्षाएँ समय के साथ दूरियों का कारण बन सकती हैं।
प्रयास की कमी
हर रिश्ते में प्रयास की आवश्यकता होती है। शुरुआत में प्यार का इज़हार करना आसान होता है, लेकिन यदि ये प्रयास बंद हो जाएँ, तो रिश्ता ठंडा पड़ने लगता है।
भावनात्मक दूरी
जब एक पार्टनर दिल से जुड़ना बंद कर देता है, तो दूसरा अकेलापन महसूस करता है। यह दूरी रिश्ते में सबसे बड़ी खाई बन जाती है।
तारीफ़ों और फ़्लर्टिंग से बचना
शादी के बाद, लोग तारीफ़ या स्नेह जताना बंद कर देते हैं। इससे समय के साथ उनके बीच दूरियाँ बढ़ सकती हैं। एक-दूसरे की तारीफ़ करना और प्यार जताना बेहद ज़रूरी है।
अपनी गलतियों को नज़रअंदाज़ करना
हर गलती के लिए अपने साथी को दोष देना आसान है, लेकिन खुद को सुधारना मुश्किल। यह व्यवहार कभी-कभी तलाक का कारण भी बन सकता है।
परिवार या दोस्तों का दखल
जब दूसरे लोग किसी रिश्ते में बहुत ज़्यादा दखलअंदाज़ी करते हैं, तो गलतफहमियाँ बढ़ने लगती हैं। शादी केवल दो लोगों के बीच होती है, न कि पूरे समाज के लिए।
तलाक की धमकी
छोटी-छोटी बहस में "तलाक" का जिक्र करना भावनात्मक ब्लैकमेल जैसा होता है। बार-बार इसका उल्लेख करने से रिश्ता टूट सकता है।
अफेयर या पिछले रिश्तों से जुड़ाव
किसी पूर्व साथी के संपर्क में रहना या अफेयर होना किसी रिश्ते की सबसे बड़ी गलती है। एक बार भरोसा टूट जाए, तो रिश्ता टिक नहीं सकता।
हर बात को व्यक्तिगत रूप से लेना
नाराजगी, गुस्सा और पुरानी बातों को पकड़े रहना रिश्ते का दम घोंट सकता है। माफ़ करना सीखना भी ज़रूरी है।
सोशल मीडिया पर तुलना
दूसरों के "परफेक्ट कपल्स" की तस्वीरें देखकर अपने रिश्ते को कम आंकना गलत है। यह आदत आपके बीच दूरियाँ भी पैदा करती है।
ज्वाल भट्ट का कहना है कि एक रिश्ते में केवल प्यार ही नहीं, बल्कि समझ, मेहनत और धैर्य भी आवश्यक है। यदि दोनों पार्टनर मिलकर रिश्ते को बनाए रखने की कोशिश करें, तो कोई भी तूफ़ान उसे तोड़ नहीं सकता। शादी कोई मंज़िल नहीं, बल्कि एक सफ़र है जिसे रोज़ थोड़ा-थोड़ा करके तय करना होता है। यदि आप इन बातों को समझ लें, तो आपके प्यार का सफ़र बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ सकता है।
