स्वादिष्ट साबूदाना वड़ा रेसिपी: कामिका एकादशी के लिए एक बेहतरीन विकल्प

कामिका एकादशी पर साबूदाना वड़ा
कामिका एकादशी के अवसर पर यदि आप कुछ स्वादिष्ट और कुरकुरा खाने की सोच रहे हैं, तो साबूदाना वड़ा एक उत्कृष्ट विकल्प है। व्रत के दौरान साबूदाना एक महत्वपूर्ण सामग्री है, जो न केवल हल्का होता है बल्कि स्वाद में भी लाजवाब है। इसे नाश्ते में या दिन के किसी भी समय खाया जा सकता है। यह रेसिपी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आएगी। आइए जानते हैं इसे बनाने की विधि।
साबूदाना वड़ा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
सामग्री:
- साबूदाना – 1 कप (6-7 घंटे या रात भर भिगोया हुआ)
- उबले हुए आलू – 2
- भुनी हुई मूंगफली – 1/2 कप (दरदरी पिसी हुई)
- हरी मिर्च – 1-2
- सेंधा नमक – स्वादानुसार
- काली मिर्च – 1/4 छोटी चम्मच
- हरा धनिया – 2 चम्मच
- नींबू का रस – 1 छोटा चम्मच
- तलने के लिए घी
साबूदाना वड़ा बनाने की विधि
साबूदाना वड़ा बनाने के लिए सबसे पहले साबूदाने को अच्छे से धोकर पानी में भिगो दें। जब साबूदाना फूलकर नरम हो जाए, तो पानी छानकर सूखने दें। फिर एक बड़े बर्तन में भीगा हुआ साबूदाना, उबले आलू, मूंगफली, हरी मिर्च, सेंधा नमक, काली मिर्च और हरा धनिया डालकर अच्छे से मिलाएं। मिश्रण को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर वड़े (पट्टी या टिक्की जैसे) बना लें।
अब एक कढ़ाई में घी गरम करें और इन वड़ों को धीमी आंच पर सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें। जब वड़े अच्छे से तल जाएं, तो उन्हें टिशू पेपर पर निकालें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। इन्हें दही और व्रत की हरी चटनी के साथ परोसें।
साबूदाना खाने के फायदे
व्रत के दौरान साबूदाना का सेवन करने से आपको ऊर्जा मिलती है। इसमें उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है और यह पचाने में आसान होता है। इसके अलावा, साबूदाना शरीर को ठंडक प्रदान करता है, जो गर्मी के मौसम में बहुत फायदेमंद होता है।