भारत-पाकिस्तान संघर्ष: साइबर हमलों से सावधान रहें
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान, पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को निशाना बनाते हुए साइबर हमलों की योजना बनाई है। खुफिया एजेंसियों ने लोगों को संदिग्ध फाइलों और लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी है। इस लेख में, हम साइबर हमलों के खतरे और उनसे बचने के उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे एक विशेष मैलवेयर, 'डांस ऑफ द हिलेरी', आपके डेटा को खतरे में डाल सकता है और आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
May 10, 2025, 19:42 IST
| 
साइबर हमलों का खतरा
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच, पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर हमलों की योजना बनाई है। इस संदर्भ में, खुफिया एजेंसियों ने एक उच्च स्तर का अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों को संदिग्ध फाइलों या लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी गई है। इन फाइलों का उपयोग साइबर हमलों में किया जा सकता है।
पाकिस्तान का जवाबी साइबर अभियान
भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले कर रहे हैं, जिसमें इस्लामाबाद जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने साइबर अभियान शुरू किया है, जिसमें वह निजी जानकारी और वित्तीय डेटा चुराने के लिए वॉट्सऐप, ईमेल, फेसबुक और टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहा है।
मैलवेयर का खतरा
एक विशेष मैलवेयर, जिसे 'डांस ऑफ द हिलेरी' वायरस कहा जाता है, वीडियो फाइल या दस्तावेज के रूप में फैलाया जा रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि यह वायरस सक्रिय हो जाता है, तो यह मोबाइल और कंप्यूटर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे हैकर्स को बैंक क्रेडेंशियल और अन्य संवेदनशील डेटा तक पहुंच मिल सकती है।
संदिग्ध लिंक से सावधानी
यह वायरस संदिग्ध लिंक या अटैचमेंट के माध्यम से फैलता है, खासकर जिन फाइलों के नाम .exe में समाप्त होते हैं, जैसे कि taskche.exe आदि। अधिकारियों ने उपयोगकर्ताओं से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात फाइल पर क्लिक करने या उसे खोलने से बचें।