AI की मदद से एक व्यक्ति की जान बची, डॉक्टर की गलत डायग्नोसिस से हुआ बचाव
AI की भूमिका: एक जीवन रक्षक
वॉशिंगटन: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब केवल लेखन या कोडिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानव जीवन को बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हाल ही में, एलन मस्क की कंपनी xAI के चैटबॉट 'Grok' ने एक 49 वर्षीय व्यक्ति की जान बचाई, जिससे सभी हैरान रह गए। एक Reddit उपयोगकर्ता ने अपनी कहानी साझा की, जिसमें बताया गया कि कैसे डॉक्टरों की गलत पहचान के बाद AI की सही सलाह ने उसे संकट से बाहर निकाला।
व्यक्ति ने बताया कि उसे अचानक पेट में तेज दर्द हुआ। जब वह डॉक्टर के पास गया, तो डॉक्टर ने इसे सामान्य 'गैस का दर्द' समझकर कुछ दवाइयां देकर घर भेज दिया। हालांकि, दवाइयां लेने के बाद भी दर्द बढ़ता गया। अंततः, उसने एलन मस्क के AI चैटबॉट 'Grok' से सलाह मांगी। Grok ने उसके लक्षणों का विश्लेषण करते हुए चेतावनी दी कि यह साधारण दर्द नहीं है, बल्कि 'एपेंडिक्स' में छेद होने या उसके फटने का संकेत हो सकता है। चैटबॉट ने उसे तुरंत अस्पताल जाकर सीटी स्कैन कराने की सलाह दी।
AI की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए, वह व्यक्ति तुरंत अस्पताल लौट आया। उसने डॉक्टरों को बताया कि उसका दर्द असहनीय हो गया है और जिद की कि उसे सीटी स्कैन कराया जाए। जब स्कैन की रिपोर्ट आई, तो डॉक्टर भी चौंक गए। रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि एपेंडिक्स में गंभीर सूजन थी और वह फटने के कगार पर था। डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन किया और संक्रमित एपेंडिक्स को निकाल दिया, जिससे उसकी जान बच गई।
दिलचस्प बात यह है कि ऑपरेशन के बाद, जब वह व्यक्ति डॉक्टर के पास रूटीन चेकअप के लिए गया, तो उसने यह नहीं बताया कि उसे सही सलाह AI ने दी थी। उसने डॉक्टर से झूठ बोला कि उसकी बहन एक नर्स है और उसने सीटी स्कैन कराने का सुझाव दिया था, ताकि डॉक्टर को बुरा न लगे। हालांकि, इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि AI कंपनियों और OpenAI के सीईओ पहले ही कह चुके हैं कि चैटबॉट को डॉक्टर का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। तकनीकी खामी होने पर AI की सलाह खतरनाक हो सकती है, इसलिए चिकित्सीय परामर्श हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।
