इजरायल ने गाजा में शुरू किया जमीनी हमला, मानवाधिकार आयोग ने किया नरसंहार का आरोप

इजरायल का बड़ा सैन्य अभियान
इजरायल ने गाजा में जमीनी हमलों की शुरुआत कर दी है। रातभर चले हवाई हमलों के बाद, इजरायली सेना ने बताया कि हमास के सैन्य ढांचे को नष्ट करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। साथ ही, स्थानीय निवासियों को दक्षिण की ओर जाने की सलाह दी गई है। यह घोषणा रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज के बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि गाजा जल रहा है और इस्राइल-हमास युद्ध और भी बढ़ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक हमारा मिशन पूरा नहीं हो जाता।
अंतरराष्ट्रीय आयोग की रिपोर्ट
एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय आयोग ने इजरायल पर गाजा में नरसंहार का आरोप लगाया है। आयोग की अध्यक्ष नवी पिल्लई ने कहा कि यह स्पष्ट है कि इजरायल का उद्देश्य गाजा के फलस्तीनी लोगों को नष्ट करना है। आयोग ने पीएम बेन्यामिन नेतन्याहू और अन्य उच्च अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने सभी देशों से अपील की है कि वे जनसंहार को रोकने और जिम्मेदार लोगों को सजा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारियों का पालन करें। यह जांच 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमलों के बाद शुरू हुई थी, जिसे इजरायल ने खारिज कर दिया है।
गाजा में बढ़ता मानवीय संकट
गाजा सिटी में इजरायली सेना की जमीनी घुसपैठ और निरंतर बमबारी के कारण मानवीय संकट और गहरा गया है। मंगलवार सुबह से अब तक 68 फिलिस्तीनी हवाई हमलों में मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में इजरायल की दो साल की कार्रवाई को जनसंहार करार दिया गया है। इस बीच, कतर की राजधानी दोहा में एक आपातकालीन अरब-इस्लामी सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें नेताओं ने गाजा पर हमले की निंदा की। अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में 64,964 लोग मारे जा चुके हैं और 1.65 लाख लोग घायल हुए हैं, जबकि हजारों लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं।