ओली पोप ने क्रिकेट में खिलाड़ियों के व्यवहार में बदलाव पर की चर्चा
इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज ओली पोप ने हाल ही में क्रिकेट में खिलाड़ियों के व्यवहार में आए बदलावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे फ्रैंचाइजी क्रिकेट ने स्लेजिंग को कम आक्रामक बना दिया है और खिलाड़ियों के बीच आपसी सम्मान को बढ़ावा दिया है। पोप ने अपने साथी खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि अब मैदान पर दोस्ती और समझ का माहौल है, जो क्रिकेट के भविष्य के लिए सकारात्मक है।
Jul 19, 2025, 09:55 IST
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क्रिकेट में बदलाव का दौर
इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाज ओली पोप ने हाल ही में क्रिकेट के मैदान पर खिलाड़ियों के व्यवहार में हो रहे महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर अपने विचार साझा किए हैं। उनका मानना है कि अब 'स्लेजिंग' (जुबानी टकराव) पहले की तरह आक्रामक नहीं रह गई है, और इसके पीछे उन्होंने फ्रैंचाइजी क्रिकेट के बढ़ते प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया।पोप ने खुद को 'बड़ा स्लेजर' नहीं माना। उन्होंने कहा कि वह मैदान पर हल्की-फुल्की मजाक करते हैं, लेकिन व्यक्तिगत या अपमानजनक टिप्पणियों से दूर रहते हैं। उनके अनुसार, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL), द हंड्रेड और बिग बैश लीग (BBL) जैसी लीगों ने खिलाड़ियों को एक साथ लाकर एक नया माहौल तैयार किया है। अब विभिन्न देशों के खिलाड़ी एक ही टीम में खेलते हैं, जिससे आपसी दोस्ती और समझ बढ़ती है।
पोप ने बताया कि जब आप जानते हैं कि आपका प्रतिद्वंद्वी भी आपका दोस्त है, तो उसके खिलाफ अत्यधिक आक्रामक होना कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि अब खिलाड़ियों के बीच एक 'आपसी सम्मान' का वातावरण बन गया है। उन्होंने जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि ये खिलाड़ी कभी भी किसी को नीचा नहीं दिखाते, बल्कि हमेशा सम्मान का व्यवहार करते हैं।
पोप ने यह भी स्वीकार किया कि इंग्लैंड की 'बैजबॉल' (आक्रामक) क्रिकेट खेलने की शैली ने भी इस सकारात्मक बदलाव में योगदान दिया है, जहाँ खेल को हमेशा सही भावना के साथ खेला जाता है। कुल मिलाकर, पोप का मानना है कि फ्रैंचाइजी क्रिकेट ने खेल को और अधिक दोस्ताना और सम्मानजनक बना दिया है, जो क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।