कर्नाटक में बैनर विवाद ने ली कांग्रेस कार्यकर्ता की जान, हिंसा की छाया
बेंगलुरु में हुई हिंसक झड़प
बेंगलुरु: कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में शुक्रवार रात एक बैनर को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस संघर्ष में एक कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्राम पंचायत सदस्य गणेश गौड़ा की जान चली गई, जैसा कि पुलिस ने शनिवार को बताया।
गणेश गौड़ा, जिनकी उम्र 38 वर्ष थी, पर कलमाडेश्वर मठ रोड के पास लगभग साढ़े नौ बजे धारदार हथियार से हमला किया गया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य अभी भी फरार हैं।
झड़प की शुरुआत बार परिसर में
पुलिस की जांच से पता चला है कि झड़प की शुरुआत कस्बे के एक बार के पास हुई, जहां पहले मौखिक बहस हुई। इसके बाद मामला गंभीर हो गया और दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े। इस संघर्ष में कई लोगों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें चिक्कमगलुरु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक विक्रम अमाथे ने बताया कि सीन ऑफ क्राइम ऑफिसर (SOCO) की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए चार विशेष टीमें गठित की गई हैं। अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती दो घायलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी है।
हमले के कारणों की जांच जारी
एसपी अमाथे ने कहा कि हमले के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक शिकायतों और साक्ष्यों के आधार पर टीम काम कर रही है, लेकिन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी आवश्यक है। जैसे ही फरार आरोपी पकड़े जाएंगे, यह स्पष्ट हो जाएगा कि विवाद केवल बैनर को लेकर था या इसके पीछे कोई पुरानी रंजिश भी थी। इस मामले में सखारायपटना पुलिस स्टेशन में हत्या, हिंसा और अन्य संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री की कड़ी प्रतिक्रिया
घटना के बाद, बेंगलुरु में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जिले की पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि गणेश गौड़ा की मौत से उन्हें व्यक्तिगत दुख हुआ है और अपराधियों को कठोर सज़ा दिलाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी चेतावनी दी कि जो कोई भी शांति और सद्भाव के खिलाफ हथियार उठाएगा, उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
गृह मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री की प्रतिक्रिया
राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, झड़प की पृष्ठभूमि और कारण स्पष्ट हो जाएंगे। वहीं, जिला प्रभारी मंत्री के.जे. जॉर्ज ने इस घटना को जघन्य और अस्वीकार्य बताया। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसे संघर्षों को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों से पूछताछ चल रही है और बाकी तीन की तलाश तेज कर दी गई है। जांच अधिकारी स्थानीय लोगों से भी बयान दर्ज कर रहे हैं ताकि स्पष्ट तस्वीर सामने आ सके। फिलहाल पूरे क्षेत्र में तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
