कांग्रेस ने ईडी के छापों को बताया राजनीतिक साजिश

कांग्रेस पार्टी का विरोध
कांग्रेस पार्टी भाजपा की दमनकारी नीतियों से नहीं डरने वाली : परगट सिंह
चंडीगढ़। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कांग्रेस नेताओं पर किए जा रहे छापों की कड़ी निंदा की गई है। पिछले सप्ताह में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाना यह दर्शाता है कि मोदी सरकार विपक्ष की आवाज से भयभीत है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और विधायक पद्मश्री परगट सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की छापेमारी और उनके बेटे की गिरफ्तारी को भी इसी साजिश का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जंगलों की रक्षा कर रही है, जबकि भाजपा अडानी समूह को बचाने में लगी है।
राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं छापे
परगट सिंह ने कहा कि ये छापे जांच से अधिक एक राजनीतिक साजिश हैं। जब चुनाव नजदीक आते हैं या भाजपा की विफलताएं उजागर होती हैं, तब ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी एजेंसियों को विपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। इसका उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी, किसान संकट, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाना है।
छत्तीसगढ़ में गिरफ्तारी का कारण
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र का अंतिम दिन था, जिसमें कांग्रेस सरकार अडानी प्रोजेक्ट्स के लिए हो रही जंगलों की कटाई का मुद्दा उठाने वाली थी। इससे पहले भूपेश बघेल के घर पर ईडी का छापा मारा जाना एक संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है।
उन्होंने कहा कि यह केवल कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश है। यह लोकतंत्र की आत्मा, यानी विपक्ष की आवाज को दबाने की साजिश है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को डराने का प्रयास कर रही है।