गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा के दौरान दर्दनाक हादसा, दो श्रद्धालुओं की मौत
कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व और हादसे की जानकारी
श्रावण मास में कांवड़ यात्रा का विशेष धार्मिक महत्व होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य तक नंगे पाँव यात्रा करते हैं। इस दौरान भक्ति का माहौल बना रहता है, लेकिन गाजियाबाद से एक दुखद घटना ने सभी को चौंका दिया है। दिल्ली-मेरठ हाईवे पर कदराबाद के निकट एक तेज रफ्तार एम्बुलेंस ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया, जिससे दो कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।यह हृदयविदारक घटना सोमवार रात लगभग 11:45 बजे हुई, जब कुछ कांवड़ यात्री हरिद्वार से लौट रहे थे। बताया गया है कि एम्बुलेंस ने पहले एक स्कूटर को टक्कर मारी और फिर उसी दिशा में चल रही एक मोटरसाइकिल से टकरा गई, जिस पर पांच कांवड़िए सवार थे। टक्कर इतनी भयंकर थी कि दो श्रद्धालु घटनास्थल पर ही दम तोड़ गए, जबकि अन्य तीन गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों का इलाज और मृतकों की पहचान
हादसे के तुरंत बाद, स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचित किया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया। इनमें से दो को मोदीनगर के 'लाइफ अस्पताल' में और एक को मेरठ के 'सुभारती अस्पताल' में भर्ती किया गया है। इस बीच, मृतकों की पहचान की कोशिशें जारी हैं, क्योंकि उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला।
इस घटना को और भी चौंकाने वाला बनाता है यह तथ्य कि दुर्घटनाग्रस्त एम्बुलेंस उसी 'लाइफ अस्पताल' की थी, जहां घायलों को भर्ती कराया गया। यह अस्पताल भाजपा विधायक डॉ. मंजू सिवियाच के पति देवेंद्र सिवियाच द्वारा संचालित है। इस संबंध में प्रशासनिक हलकों में हलचल बढ़ गई है।