गोरखपुर में नीट छात्र की हत्या: ग्रामीणों का पुलिस पर आक्रोश

गोरखपुर नीट छात्र हत्या मामला
गोरखपुर नीट छात्र हत्या मामला: गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में एक गंभीर घटना में, 18 वर्षीय नीट छात्र दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई। पशु तस्करों ने उसे अगवा कर डंडों से पीट-पीटकर मार डाला और फिर उसका शव सड़क किनारे फेंक दिया।
जैसे ही यह खबर फैली, स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसमें पथराव, आगजनी और सड़क जाम शामिल था। एक तस्कर को ग्रामीणों ने पकड़कर उसकी पिटाई की और उसके ट्रक में आग लगा दी।
पुलिस के साथ झड़प और निलंबन
जब पुलिस ने पकड़े गए तस्कर को हिरासत में लेने का प्रयास किया, तो ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दीपक के अपहरण की अनदेखी की। इस झड़प में एसपी उत्तरी, एसएचओ और कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
हिंसा के बाद, जंगल धूसड़ पुलिस चौकी के प्रभारी और सभी कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया।
परिवार की शिकायतें और विरोध
दीपक के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने तस्करों को पकड़ने के बजाय उन्हें अनदेखा किया। ग्रामीणों ने मांग की कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाए और सरकारी नौकरी दी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद, विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
उच्च स्तरीय तैनाती
हिंसा के बाद, गोरखपुर, कुशीनगर और महाराजगंज से भारी पुलिस बल तैनात किया गया। वरिष्ठ अधिकारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचे।
घटना का पूरा विवरण
दीपक, जो एक फर्नीचर की दुकान चलाने वाले के बेटे थे, नीट की तैयारी कर रहे थे। सोमवार रात, उन्होंने देखा कि 10-12 हथियारबंद तस्कर उनकी दुकान में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। जब उन्होंने शोर मचाया, तो तस्करों ने उन पर हमला किया और उन्हें अगवा कर लिया।
उनकी हत्या के बाद, शव को गुलरिहा क्षेत्र में फेंक दिया गया। मंगलवार सुबह, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शव की पहचान हुई, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया।
वर्तमान स्थिति
पुलिस ने पुष्टि की है कि गोपालगंज (बिहार) निवासी एक तस्कर, अजब हुसैन, हिरासत में है और उसका इलाज चल रहा है। अन्य अपराधियों की तलाश के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं।
एसएसपी राजकरण नायर ने कहा, "पशु तस्करों द्वारा हमले के बाद छात्र की मौत हो गई। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।"
डीएम दीपक मीणा ने कहा, "पीड़ित परिवार की मांगें स्थानीय स्तर पर पूरी की जाएँगी; अन्य मांगें राज्य सरकार को भेजी जाएँगी।"
मंगलवार देर शाम, दीपक का अंतिम संस्कार किया गया। पूरा गोरखपुर इस जघन्य अपराध के सदमे से उबर नहीं पाया है।