डोनाल्ड ट्रंप का 'जीनियस एक्ट': अमेरिकी डॉलर की मजबूती के लिए एक नई पहल

डॉलर के प्रभुत्व को बनाए रखने की कोशिश
डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अमेरिकी वित्तीय प्रभुत्व को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 'जीनियस एक्ट' नामक नए कानून पर हस्ताक्षर किए। इस कानून का मुख्य उद्देश्य डॉलर आधारित स्थिर डिजिटल मुद्राओं का नियंत्रण करना और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को और मजबूत करना है.
व्हाइट हाउस में समारोह
व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में ट्रंप ने मीडिया से कहा कि BRICS नामक संगठन अब कमजोर हो रहा है। उन्होंने BRICS देशों पर अमेरिकी डॉलर के वर्चस्व को चुनौती देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इस गठबंधन के सदस्यों पर 10% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। ट्रंप ने यह भी कहा कि अगले दिन BRICS की बैठक में बहुत कम प्रतिनिधि पहुंचे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका ने अपनी आरक्षित मुद्रा का दर्जा खो दिया, तो यह किसी विश्व युद्ध में हारने के समान होगा, और वह ऐसा नहीं होने देंगे.
जीनियस एक्ट का उद्देश्य
इस कानून का आधिकारिक नाम 'गाइडिंग एंड एस्टेबलिशिंग नेशनल इनोवेशन फॉर यूएस स्टेबलकॉइन्स' है, जिसे संक्षेप में 'जीनियस एक्ट' कहा जाता है। यह कानून अमेरिका में डॉलर से जुड़ी डिजिटल मुद्राओं के लिए एक स्पष्ट और सुरक्षित नियामकीय ढांचा प्रदान करता है। ट्रंप ने मजाक में कहा कि इस कानून का नाम उनके नाम पर रखा गया है, जो एक अद्भुत बात है। उन्होंने इसे इंटरनेट के बाद की सबसे बड़ी वित्तीय तकनीकी क्रांति बताया और कहा कि यह अमेरिका को डिजिटल वित्त में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करेगा.
क्रिप्टो समर्थकों की सराहना
क्रिप्टो निवेशकों और नवाचारकों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी मेहनत का फल अब सामने आया है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित डिजिटल मुद्रा (CBDC) का विरोध करते हुए कहा कि वे अमेरिका में ऐसी प्रणाली को लागू नहीं होने देंगे.
भविष्य की दिशा
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने भी इस कानून की प्रशंसा की और कहा कि 'ब्लॉकचेन तकनीक भविष्य के भुगतान को बदल देगी और डॉलर ब्लॉकचेन पर भी अपनी जगह बनाए रखेगा।' उन्होंने ट्रंप के नेतृत्व और सीनेटर बिल हैगर्टी के प्रयासों की सराहना की।
दुनियाभर में वित्तीय गठबंधनों, विशेषकर BRICS के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, जीनियस एक्ट अमेरिका की ओर से एक मजबूत संदेश है.