दिल्ली विस्फोट: जांच में गुजरात और जम्मू-कश्मीर के संदिग्धों का पता
दिल्ली में विस्फोट ने मचाई हलचल
नई दिल्ली: दिल्ली के लाल किले के निकट हुए एक विस्फोट ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। इस हमले में 13 लोगों की जान गई है। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि विस्फोटक सामग्री कहां से आई।
गुजरात से विस्फोटक की संभावना
विशेष रूप से अमोनियम नाइट्रेट नामक खतरनाक रसायन पर संदेह जताया जा रहा है, जिसका संबंध गुजरात से हो सकता है। फोरेंसिक टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके।
जांचकर्ताओं का मानना है कि विस्फोट में प्रयुक्त अमोनियम नाइट्रेट संभवतः गुजरात से लाया गया था। यह रसायन खाद बनाने में उपयोग होता है, लेकिन यदि गलत हाथों में पड़ जाए तो यह विनाशकारी हो सकता है।
एजेंसियां अब गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में आपूर्ति श्रृंखला की जांच कर रही हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह संदेह सही है या नहीं।
जम्मू-कश्मीर में छापेमारी का अभियान
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाई है। हाल ही में कश्मीर के कई जिलों में 13 से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए, जिसमें एक डॉक्टर समेत लगभग 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पिछले दो हफ्तों में 500 से अधिक ठिकानों पर तलाशी ली जा चुकी है।
बडगाम, अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम जैसे जिलों से संदिग्धों को उठाया गया है। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए हैं। पूछताछ में विदेश यात्रा के बारे में सवाल किए जा रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छापेमारी का यह अभियान जारी रहेगा।
सफेदपोश आतंकियों का नेटवर्क
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले की जांच कर रही है। वे उन लोगों के बीच संबंध स्थापित कर रहे हैं जो पढ़े-लिखे दिखते हैं, लेकिन आतंकवाद का समर्थन करते हैं। अब तक तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
हमला करने वाला चौथा डॉक्टर उमर नबी था, जिसने घबराहट में कार में विस्फोट कर खुद को और अन्य को मार डाला। जांच में यह पता चला है कि ये डॉक्टर श्रीनगर के एक मेडिकल कॉलेज में 2018 से एक-दूसरे को जानते थे।
उत्तर प्रदेश से जुड़े तार
उत्तर प्रदेश की एटीएस ने कानपुर से एक मेडिकल छात्र मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लिया है। वह कार्डियोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था। आरिफ पर संदेह तब हुआ जब गिरफ्तार डॉक्टर सईद ने पूछताछ में उसका नाम लिया। डॉक्टर सईद जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा था।
