पंजाब में आतंकवादी नेटवर्क को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा आईएसआई
पंजाब में आईएसआई की गतिविधियाँ
जालंधर: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में अपने आतंकवादी नेटवर्क को फिर से सक्रिय करने की योजना बना रही है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, आईएसआई सीमा पार से हथियार, विस्फोटक और धन भेजकर राज्य में स्लीपर सेल स्थापित कर रही है।
पिछले महीने में बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियारों की बरामदगी ने यह संकेत दिया है कि पंजाब को अस्थिर करने की साजिशें जारी हैं। हालांकि, राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई ने अब तक इन योजनाओं को विफल कर दिया है। दिल्ली में हुए धमाके के बाद सीमावर्ती जिलों में निगरानी को और सख्त किया गया है।
पंजाब पुलिस ने पिछले छह महीनों में बरामद किए गए हथियारों और विस्फोटक सामग्री की जानकारी एनआइए, आइबी और रॉ के साथ साझा की है। केंद्रीय एजेंसियाँ यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि पाकिस्तान से भेजे गए हथियार और धन किस माध्यम से स्थानीय नेटवर्क तक पहुँच रहे हैं।
अमृतसर, फिरोजपुर, तरनतारन और गुरदासपुर में बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने हाल ही में कई ऑपरेशनों में भारी मात्रा में हथियारों को पकड़ा है। अक्टूबर में सात हैंड ग्रेनेड, 7.5 किलो आरडीएक्स, तीन आइईडी, पांच एके-47 और दो आरपीजी बरामद किए गए। 22 अक्टूबर को अमृतसर में मिला आरपीजी टैंक को नुकसान पहुँचाने में सक्षम था। नवंबर में भी दो एके-47 मिली हैं। 2 नवंबर को तरनतारन में एक ड्रोन ऑपरेटर को गिरफ्तार किया गया, जो सीमा पार से गिराए गए हथियारों की डिलीवरी कर रहा था। प्रारंभिक जांच में सीमा पार से लिंक की पुष्टि हुई है।
सूत्रों के अनुसार, आईएसआई सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं की भर्ती और लॉजिस्टिक सपोर्ट तैयार करने में लगी हुई है, जबकि हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के जरिए फंडिंग की जा रही है। स्थानीय अपराधियों और ड्रग नेटवर्क के माध्यम से आतंकियों को सहायता मिल रही है। लुधियाना में पकड़ा गया पाकिस्तान समर्थित ग्रेनेड हमले का मॉड्यूल भी इसी साजिश का हिस्सा बताया जा रहा है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस हर सूचना पर त्वरित कार्रवाई कर रही है और सीमा पार की हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी आतंकवादी संगठन को सिर उठाने नहीं दिया जाएगा और हर साजिश को नाकाम किया जाएगा।
