पाकिस्तान में मानसून के दौरान 200 से अधिक मौतें, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र

पाकिस्तान में मानसून के दौरान बढ़ते हादसे
रविवार को पाकिस्तान में मानसून के चलते वर्षाजनित घटनाओं में 10 और लोगों की जान चली गई, जिससे इस मौसम में कुल मृतकों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है।
यह जानकारी देश के प्रमुख आपदा प्रबंधन निकाय ने साझा की। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, शनिवार को 10 लोग मारे गए और 18 अन्य घायल हुए। इस प्रकार, मृतकों की कुल संख्या 203 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या 562 तक पहुंच गई है।
मानसून की पहली बारिश 26 जून को हुई थी, जिसके बाद देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में अचानक बाढ़ आई। रविवार को पंजाब प्रांत में नौ लोगों की मौत हुई, जबकि खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में एक व्यक्ति की जान गई। इसके अलावा, पंजाब में 17 और केपी में एक व्यक्ति समेत कुल 18 लोग घायल हुए।
एनडीएमए के आंकड़ों के अनुसार, 203 मृतकों में से 123 पंजाब में, 41 केपी में, 21 सिंध में, 16 बलूचिस्तान में और एक-एक मौत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) तथा इस्लामाबाद में हुई।
पंजाब में कम से कम 454 लोग घायल हुए हैं, जबकि केपी में 58, सिंध में 40, बलूचिस्तान में चार और पीओके में छह लोग घायल हुए। एनडीएमए के अनुसार, कुल 767 मकान आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 216 खैबर पख्तूनख्वा में, 162 पंजाब में, 124 गिलगित-बाल्टिस्तान में, 87 सिंध में, 78 पीओके में, 64 बलूचिस्तान में और 36 इस्लामाबाद में हैं।
बारिश के कारण कम से कम 195 जानवर भी मारे गए हैं।