फिल्लौर में अलीशा का विवाद: जेंडर परिवर्तन और अपमान की कहानी
अलीशा का जीवन और विवाद
फिल्लौर: हाल ही में एक वायरल घटना में अलीशा ने अपने कपड़े उतारने के पीछे की वजह और अपने जीवन के कई पहलुओं को साझा किया है। अलीशा ने बताया कि उन्होंने बचपन में जेंडर परिवर्तन कराया और अब एक लड़की के रूप में जीवन व्यतीत कर रही हैं। वह लंबे समय तक महंतों के डेरे से जुड़ी रहीं।
पैसों के विवाद से शुरू हुआ झगड़ा
अलीशा ने कहा कि जिस दिन विवाद हुआ, उन्होंने अपने पड़ोसी से 30,000 रुपये वापस मांगे थे, जो उन्होंने घर में पेंटिंग के लिए दिए थे। इस पर विवाद बढ़ गया और पड़ोसियों ने उनकी मां को गली में घेर लिया। अलीशा ने कहा, "जब उन्होंने मेरे टॉप को खींचकर उतार दिया, तो मैंने गुस्से में अपने कपड़े उतार दिए।"
जेंडर के प्रति ताने और अपमान
अलीशा ने बताया कि 11 साल की उम्र में उन्होंने अपना जेंडर बदलवाया और महंतों के डेरे में रहकर गुरु दीक्षा ली। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा लड़कियों की तरह जीना चाहती थी।" हालांकि, अब भी कई लोग उन्हें ताने मारते हैं और "लड़का" कहकर बुलाते हैं।
महंत गुरु की मृत्यु के बाद का विवाद
अलीशा ने बताया कि छह महीने पहले तक वह डेरे में रहीं, लेकिन उनकी गुरु काजल महंत की मृत्यु के बाद डेरे में विवाद हो गया। उन्होंने कहा, "गुरुभाई ने डेरे पर कब्जा कर लिया, जिससे मैं दुखी होकर घर लौट आई।" अब वह अपनी मां की सेवा कर रही हैं, जिसके कारण कुछ लोग जलन महसूस करते हैं।
छेड़छाड़ और अपमान का सामना
अलीशा ने गंभीर आरोप लगाया कि गली में निकलने पर कई लड़के उन्हें छेड़ते हैं और अभद्र सवाल पूछते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने इसे मजाक समझकर नजरअंदाज किया, लेकिन अब मैं सहन नहीं करूंगी और अगली बार पुलिस में शिकायत करूंगी।"
झगड़े के बाद का अपमान
अलीशा ने कहा कि कपड़े उतारने के बाद भी उन्हें अपमानित किया गया और उन पर गलत आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा, "मैंने पड़ोसियों को पैसे देकर भी झगड़ा मोल लिया। अब पैसे मांगना भी गुनाह हो गया।"
