भारत-मालदीव संबंधों में नई मजबूती, पीएम मोदी का दौरा नजदीक

भारत का विशेष उपहार मालदीव को
भारत-मालदीव संबंध: प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही मालदीव की यात्रा पर जाने वाले हैं। इससे पहले, भारत ने मालदीव को एक महत्वपूर्ण उपहार दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत मालदीव के दस पुलिसकर्मियों को वीआईपी सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इस प्रशिक्षण के बाद, ये सभी कमांडो मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के अंगरक्षक के रूप में कार्य करेंगे।
मोदी का दो दिवसीय दौरा
जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी 25-26 जुलाई को मालदीव के दौरे पर रहेंगे। इन दस कमांडो ने नोएडा में दो सप्ताह की वीआईपी ट्रेनिंग पूरी की है और शनिवार (19 जुलाई, 2025) को दिल्ली में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक जीपी सिंह से मुलाकात की है।
सीआरपीएफ का प्रशिक्षण केंद्र
नोएडा में स्थित सीआरपीएफ का वीआईपी सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र देश के वाई और जेड श्रेणी के वीआईपी और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा का जिम्मा संभालता है। गृह मंत्री अमित शाह और दलाई लामा की सुरक्षा भी सीआरपीएफ के जिम्मे है।
साझेदारी को मिलेगी मजबूती
मालदीव पुलिस कमांडो से मुलाकात के बाद, सीआरपीएफ के महानिदेशक जीपी सिंह ने कहा, "यह प्रशिक्षण शांति, व्यावसायिकता और पुलिसिंग में बेहतर सहयोग के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।" सीआरपीएफ का मानना है कि इस तरह का सहयोग क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करेगा। 25 तारीख को मालदीव का राष्ट्रीय दिवस है, जिसमें पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद के हालात
मुइज़ू के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में खटास आ गई थी। 2023 में राष्ट्रपति बनने के बाद, मुइज़ू ने भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टरों को अपने देश से बाहर निकाल दिया था। इसके अलावा, मुइज़ू चीन के करीब भी हैं।
नई उम्मीदें
हालांकि, हालात अब बदल रहे हैं। पिछले साल मुइज़ू ने दिल्ली का दौरा किया था और भारत को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताया था। अब उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी की मालदीव यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।