भारतीय सेना का गुप्त ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में बड़ा हमला

ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना ने पाकिस्तान में एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान चलाया है, जिसे पहले गोपनीय रखा गया था। हाल ही में जून 2025 की सैटेलाइट तस्वीरों से यह स्पष्ट हुआ है कि भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के सरगोधा जिले में किराना हिल्स को निशाना बनाया। यह क्षेत्र पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।
आतंकी हमले के बाद की कार्रवाई
मई 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक गंभीर आतंकी हमले के बाद भारत ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने कई महत्वपूर्ण पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमले किए। हालांकि, सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि परमाणु स्थलों को लक्ष्य नहीं बनाया गया था।
सैटेलाइट तस्वीरों से उठे सवाल
तस्वीरें खड़े कर रहीं सवाल
प्रसिद्ध सैटेलाइट इमेजरी विशेषज्ञ डेमियन सायमॉन द्वारा साझा की गई दो तस्वीरों ने इस दावे को चुनौती दी है। पहली तस्वीर में किराना हिल्स पर मिसाइल हमले के निशान दिखाई दे रहे हैं, जबकि दूसरी में सरगोधा एयरबेस पर मरम्मत किए गए रनवे दिख रहे हैं। सायमॉन ने स्पष्ट किया है कि ये तस्वीरें मई 2025 में भारतीय हमलों के प्रभाव को दर्शाती हैं।
किराना हिल्स का महत्व
किराना हिल्स पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के लिए प्रमुख
किराना हिल्स को पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के भंडारण और परीक्षण का एक प्रमुख स्थान माना जाता है। यहां भूमिगत सुरंगें, रडार स्टेशन और भंडारण केंद्र होने की जानकारी है। इस पर हमला करना भारत की ओर से एक महत्वपूर्ण सामरिक संदेश माना जा रहा है।
एयर मार्शल का बयान
एयर मार्शल ए.के. भारती ने दिया जवब
इस घटनाक्रम पर वायुसेना के महानिदेशक एयर मार्शल ए.के. भारती ने 12 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमें यह बताने के लिए धन्यवाद कि किराना हिल्स में कुछ परमाणु प्रतिष्ठान हैं। हमें इसके बारे में पता नहीं था। हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है।" हालांकि, अब सैटेलाइट से आए नए सबूत इस सरकारी बयान पर सवाल उठा रहे हैं।
ट्रम्प का दावा
ट्रम्प कर चुके हैं बड़ा दावा
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सैन्य टकराव को लेकर एक सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान पांच जेट विमान मार गिराए गए थे। ट्रंप ने यह भी कहा कि यह संघर्ष उनके हस्तक्षेप के कारण थमा। हालांकि, भारत का कहना है कि अमेरिका की मध्यस्थता के बिना ही दोनों देशों के सैन्य नेतृत्व के बीच बातचीत से संघर्ष रोका गया।