हरियाणा में नए जिलों के गठन की प्रक्रिया शुरू, हांसी और गोहाना पर चर्चा

हरियाणा में नए जिलों की मांग फिर से उठी
हरियाणा में नए जिलों का गठन: प्रक्रिया शुरू, सब-कमेटी 31 दिसंबर तक सक्रिय: हरियाणा में नए जिलों की आवश्यकता एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गई है। सरकार ने नौ साल बाद जिलों के पुनर्गठन पर विचार करना प्रारंभ किया है, जिसमें हांसी और गोहाना के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं।
हांसी और गोहाना को मिल सकता है जिला का दर्जा
हरियाणा सरकार ने कैबिनेट सब-कमेटी का कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। इस निर्णय के साथ ही नए जिलों की मांगों पर विचार फिर से शुरू हो गया है। किशनलाल पंवार की अध्यक्षता में समिति ने इस महीने बैठक बुलाने का निर्णय लिया है।
हांसी और गोहाना की संभावनाएं
यह माना जा रहा है कि हांसी और गोहाना निर्धारित मानकों को पूरा करते हैं, जिससे इन्हें जिला का दर्जा मिल सकता है। पहले 3 जून तक एक्सटेंशन मिला था, जिसे अब फिर से बढ़ाया गया है। इसके चलते प्रशासनिक सीमाओं में बदलाव की प्रक्रिया को फिर से सक्रिय किया गया है।
अन्य शहरों से भी आईं जिले की मांगें
कैबिनेट सब-कमेटी के पास 5 नई जिलों की मांगें प्राप्त हुई हैं। इनमें हांसी को हिसार से अलग करने, डबवाली को सिरसा से, असंध को करनाल से, सफीदों को जींद से और गोहाना को सोनीपत से अलग जिला बनाने की बातें शामिल हैं। इसके अलावा मानेसर को भी अलग जिला बनाने की मांग की जा रही है, हालांकि अभी कोई लिखित प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।
जिला विस्तार पर 9 साल बाद विचार
2016 में भिवानी से अलग होकर चरखी-दादरी को 22वें जिले के रूप में घोषित किया गया था। उसके बाद कोई नया जिला नहीं बनाया गया। अब 9 वर्षों के अंतराल के बाद एक बार फिर जिले विस्तार की प्रक्रिया को गति मिली है। इससे राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से हरियाणा को नई दिशा मिल सकती है।
राज्य में क्षेत्रीय विकास की दिशा में कदम
हरियाणा सरकार का यह कदम राज्य में क्षेत्रीय विकास और संतुलित प्रशासन सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।