RBI का नया अभियान: निष्क्रिय बैंक खातों से पैसा वापस पाने के आसान तरीके
क्या आपका बैंक खाता निष्क्रिय है?
नई दिल्ली: क्या आपने कभी ऐसा बैंक खाता खोला है जिसे आप भूल गए हैं? या आपके परिवार के किसी सदस्य का पैसा बैंक में बिना उपयोग के पड़ा है? यदि हां, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब आपको आपके हक को वापस दिलाने में मदद कर रहा है। RBI ने निष्क्रिय खातों और 10 साल से अधिक पुराने लावारिस जमा को वापस पाने की प्रक्रिया को इतना सरल बना दिया है कि अब आप केवल 3 चरणों में अपना पैसा प्राप्त कर सकते हैं।
RBI के नियम और प्रक्रिया
RBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, वे बैंक खाते जो 2 साल से अधिक समय तक निष्क्रिय रहते हैं या जिनमें 10 साल से अधिक समय तक कोई दावा नहीं किया गया है, उनका पैसा RBI के डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस (DEA) फंड में ट्रांसफर कर दिया जाता है। ऐसे खातों में देशभर में करोड़ों रुपये जमा हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि यह पैसा आपका है और इसे कभी भी क्लेम किया जा सकता है। RBI ने यह स्पष्ट किया है कि क्लेम करने की कोई समय सीमा नहीं है। आप या आपके कानूनी वारिस कभी भी इसके लिए दावा कर सकते हैं।
पैसा वापस पाने के लिए 3 आसान स्टेप्स
स्टेप 1: सबसे पहले, RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। यहां आप अपना या अपने परिवार के सदस्यों का नाम सर्च करके जान सकते हैं कि किस बैंक में आपका कितना पैसा है।
स्टेप 2: किसी भी बैंक शाखा में जाकर क्लेम करें। आपको उसी बैंक की शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है जहां खाता था। आप अपनी पसंद की किसी भी बैंक शाखा में जाकर 'अनक्लेम्ड डिपॉजिट' का क्लेम फॉर्म ले सकते हैं और उसे भर सकते हैं।
स्टेप 3: KYC प्रूफ प्रदान करें। आपको वेरिफिकेशन फॉर्म के साथ KYC प्रूफ देना होगा। इसके लिए आप वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पासपोर्ट, या NREGA कार्ड जैसे वैध दस्तावेज़ दे सकते हैं।
यदि कानूनी वारिस क्लेम कर रहे हैं, तो उन्हें डेथ सर्टिफिकेट जैसे कानूनी दस्तावेज भी जमा करने होंगे।
बैंक आपके दस्तावेजों की जांच करेगा और RBI के DEA फंड से आपका पूरा अमाउंट आपके खाते में ट्रांसफर कर देगा। इस प्रक्रिया के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
RBI की विशेष पहल
लोगों की सहायता के लिए, RBI इस साल अक्टूबर से दिसंबर तक देशभर के सभी जिलों में 'अनक्लेम्ड एसेट्स' पर विशेष कैंप आयोजित कर रहा है। आप इन कैंपों में जाकर भी सीधे मदद प्राप्त कर सकते हैं।
