Sharda University में छात्रा की आत्महत्या: शिक्षकों पर गंभीर आरोप

Sharda University में आत्महत्या की घटना
Sharda University Student Committed Suicide: ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में एक बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ने कथित तौर पर शिक्षकों के उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के कारण छात्रावास में आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले हॉस्टल के कमरे में हुई, जहां छात्रा ने एक सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए दो शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराया। इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी परिसर में तनाव का माहौल बन गया, और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कॉलेज प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने के बाद दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया है.
सुसाइड नोट में गंभीर आरोप
छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "अगर मेरी मौत होती है तो PCP और डेंटल मैटेरियल्स के शिक्षक जिम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और शायरा मैम मेरी मौत के लिए उत्तरदायी हैं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और अपमानित किया। मैं लंबे समय से डिप्रेशन में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े। सॉरी… मैं अब नहीं जी सकती।"
छात्रों का विरोध और पुलिस के साथ संघर्ष
जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, बीडीएस की छात्रा ज्योति शर्मा के दोस्तों ने यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच बहस और संघर्ष भी हुआ। छात्रों ने प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए तुरंत न्याय की मांग की।
दो शिक्षकों की गिरफ्तारी और निलंबन
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर दो शिक्षकों को हिरासत में लिया है। डीसीपी सुधीर कुमार ने पुष्टि की कि 'छात्रा के परिजनों की शिकायत के आधार पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।' इसके साथ ही, शारदा यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है और जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है।
यूनिवर्सिटी की प्रतिक्रिया और जांच प्रक्रिया
यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया है कि वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) सिताराम खारा ने एक समिति का गठन किया है जिसमें BDS विभाग के वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं। यह समिति घटना की निष्पक्षता से जांच करेगी और रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंपेगी, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
इस घटना के कुछ दिन पहले ओडिशा के बालासोर में एक कॉलेज छात्रा ने परेशान करने वाले शिक्षक से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। ये दोनों घटनाएं उच्च शिक्षा संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य समर्थन और संवेदनशीलता की कमी की ओर गहरी चिंता व्यक्त करती हैं।