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करनाल में प्रदूषण का संकट: स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव

करनाल में दीपावली के बाद हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। डॉक्टरों ने सुबह और शाम की सैर से बचने की सलाह दी है, क्योंकि प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है। जानें इस स्थिति के बारे में अधिक जानकारी और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ।
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करनाल में प्रदूषण का संकट: स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव

करनाल में हवा की गुणवत्ता चिंताजनक

करनाल, (Karnal Air Pollution): दीपावली के बाद भी करनाल की वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है। शाम होते ही प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और रात से सुबह तक हवा की स्थिति अत्यंत खराब रहती है। इस दौरान अधिकतर लोग बाहर निकलते हैं। चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि सुबह और शाम की सैर से बचना चाहिए। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 261 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। हवा में ऑक्सीजन की कमी हो गई है, जबकि नाइट्रोजन ऑक्साइड, पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे हानिकारक तत्वों की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। इसके परिणामस्वरूप सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि हो रही है।


सुबह 4 बजे PM2.5 का स्तर 409 तक पहुंचा

Karnal Air Pollution: सुबह 4 बजे PM2.5 ने छुआ 409 का आंकड़ा

शहर की हवा में नाइट्रोजन ऑक्साइड का स्तर मानक से काफी अधिक है। शनिवार सुबह 4 बजे पीएम 2.5 का स्तर 409 तक पहुंच गया। सुबह 4 से 10 बजे के बीच पीएम 10 का स्तर 448 को पार कर गया। डॉ. कुलबीर ने बताया कि प्रदूषित हवा का प्रभाव स्पष्ट है। अस्पतालों में अस्थमा, फेफड़ों की बीमारियों और हृदय रोग के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, आंखों में जलन, गले में खराश और सिरदर्द की समस्याएं आम हो गई हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये हालात और भी खतरनाक हैं।


डॉक्टरों की सलाह: बाहर निकलने से बचें

डॉक्टरों की सलाह बाहर निकलना बंद करो

चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी है कि सुबह और शाम को खुले में सैर करने से बचें। मास्क पहनना अनिवार्य है और घरों में एयर प्यूरिफायर का उपयोग बढ़ाना चाहिए। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से पूरी तरह रोकना चाहिए। प्रदूषण का यह स्तर सांस लेना मुश्किल बना रहा है और लंबे समय तक ऐसे रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।