तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत, हरमीत सिंह संधू ने हासिल की बड़ी बढ़त
चण्डीगढ़: उपचुनाव के नतीजों ने आम आदमी पार्टी को दी राहत
चण्डीगढ़: पंजाब के तरनतारन विधानसभा उपचुनाव के परिणामों ने आम आदमी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान की है। मंगलवार को हुए मतदान में 60.95 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष के विधानसभा चुनाव के 65.81 प्रतिशत से थोड़ी कम है। मतदान के शांतिपूर्ण माहौल के बाद आज वोटों की गिनती शुरू हुई, जिसमें शुरुआती रुझानों से लेकर अंतिम परिणामों तक, सत्ता पक्ष के उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने लगातार बढ़त बनाए रखी।
कुल 16 राउंड की गिनती में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन हर राउंड में आम आदमी पार्टी की बढ़त मजबूत होती गई। शुरुआत में शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुखविंदर कौर दो राउंड के बाद 1480 वोटों से आगे थीं, लेकिन चौथे राउंड तक आते-आते हरमीत सिंह संधू ने बढ़त हासिल कर ली। आठवें राउंड के बाद उनकी बढ़त 3668 वोट हो गई।
नौवें राउंड में स्थिति
नौवें राउंड तक हरमीत की बढ़त 5510 वोट तक पहुंच गई। जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने अपनी स्थिति को और मजबूत किया। बारह राउंड की गिनती के बाद, कुल 32520 वोटों में हरमीत सिंह संधू ने 10236 वोटों की भारी बढ़त के साथ आगे बढ़े। सुखविंदर कौर को 22284 वोट मिले और वह दूसरे स्थान पर रहीं।
जीत का जश्न
देखें जीत के जश्न का वीडियो
Celebration visuals of AAP supporters after the victory of Harmeet Singh Sandhu in the Tarn Taran by-election. #Punjab https://t.co/0otMzq58Qn pic.twitter.com/lAv7311mX1
— Gagandeep Singh (@Gagan4344) November 14, 2025
तीसरे स्थान पर कौन?
तीसरे स्थान के लिए मुकाबला दिलचस्प रहा। स्वतंत्र उम्मीदवार मंदीप सिंह खालसा, जिन्हें अमृतपाल समर्थित अकाली दल (वारिस पंजाब दे) और अन्य एंटी-बादल गुटों का समर्थन मिला, ने कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया। खालसा को 14432 वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस के करणबीर सिंह को 11294 वोट मिले और वह चौथे स्थान पर रहे। बीजेपी के हरजीत सिंह संधू को 4653 वोट मिले और वह पांचवें स्थान पर रहे।
उपचुनाव का महत्व
क्यों कराया गया यह उपचुनाव?
यह उपचुनाव आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता का परीक्षण माना जा रहा था। जून में आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी, और यह चुनाव पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया था। तरनतारन जैसे सीमावर्ती क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक समीकरण हमेशा जटिल रहे हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी की जीत को सरकार के प्रति विश्वास का संकेत माना जा रहा है। अंतिम परिणामों के साथ यह स्पष्ट हो गया कि आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर यह सीट अपने नाम की है और हरमीत सिंह संधू ने आरामदायक जीत दर्ज की है।
