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दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंची, AQI 428

दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 428 तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में गिरावट और हवा की गति में कमी के कारण प्रदूषण बढ़ा है। इस स्थिति के चलते लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई है, लेकिन वर्तमान में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
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दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंची, AQI 428

दिल्ली की हवा का हाल


नई दिल्ली: एक बार फिर से दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार चला गया, जिससे यह सीजन में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में आ गया। प्रदूषण के बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 428 दर्ज किया गया। यह दिसंबर 2024 के बाद का सबसे खराब स्तर है। इसके बाद, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने तुरंत NCR और आसपास के क्षेत्रों में GRAP का चरण-3 लागू किया।


विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों ने क्या बताया?


विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक प्रदूषित हवा के लिए तापमान में गिरावट और हवा की गति में कमी जिम्मेदार है। ये दोनों कारक मिलकर वायु गुणवत्ता में गिरावट का कारण बनते हैं, जिससे प्रदूषक सतह के पास ही फंस जाते हैं और धुंध का निर्माण होता है।


स्काइमेट के उपाध्यक्ष की टिप्पणी

स्काइमेट के उपाध्यक्ष ने क्या कहा?


स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि सोमवार रात हवा की गति काफी कम हो गई थी, जिससे प्रदूषण तेजी से बढ़ा। मंगलवार दोपहर बाद हवा की गति 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ी, लेकिन तब तक प्रदूषण का स्तर काफी ऊंचा हो चुका था। पूर्वानुमान के अनुसार, बुधवार को हल्की तेज हवा चलने से AQI 'Very Poor' श्रेणी में लौट सकता है। केंद्र के एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम ने बताया कि शुक्रवार तक वायु गुणवत्ता 'Very Poor' श्रेणी में बनी रहेगी।


AQI का स्तर

कितना रहा AQI?


सोमवार को दिल्ली का औसत AQI 362 था, जो 'Very Poor' श्रेणी में आता है। मंगलवार को यह अचानक बढ़कर 428 पहुंच गया। कई स्थानों पर प्रदूषण मापने वाले यंत्रों ने सुबह 9 बजे तक 'Severe' स्तर दर्ज किया। बावाना में AQI 463, वजीरपुर में 460 और चांदनी चौक, बुराड़ी, आईटीओ जैसे क्षेत्रों में 600 µg/m³ तक PM2.5 दर्ज किया गया।


विजिबिलिटी की स्थिति

कैसी रही विजिबिलिटी?


सुबह के समय दृश्यता भी काफी कम रही। सफदरजंग में विजिबिलिटी केवल 600 मीटर और पालम में 700 मीटर दर्ज की गई। दिन चढ़ने के बाद थोड़ी सुधार हुआ, लेकिन यह 2000 मीटर से नीचे ही रही। मौसम विभाग ने बुधवार को हल्की धुंध और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं की संभावना जताई है।


तापमान का पूर्वानुमान

कितना रहेगा आज का तापमान?


पर्यावरण विशेषज्ञ सुनील दहिया ने कहा कि स्थानीय स्रोतों, उद्योगों, पावर प्लांट्स और पराली जलाने से बढ़े उत्सर्जन ने इस स्वास्थ्य आपात स्थिति को जन्म दिया है। उन्होंने तत्काल कार्रवाई की मांग की। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है। अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री और अधिकतम 26 से 28 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।