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नया एक्सप्रेसवे 2025: यूपी और हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास

यूपी और हरियाणा के यात्रियों के लिए एक नई खुशखबरी है। सरकार गोरखपुर से पानीपत तक 750 किमी लंबा एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है, जो यात्रा के समय को 8 घंटे तक कम करेगा। यह प्रोजेक्ट 22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा, जिससे पूर्वांचल से NCR तक की दूरी में कमी आएगी। जानें इस एक्सप्रेसवे की विशेषताएँ और इससे यात्रियों को होने वाले लाभ।
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नया एक्सप्रेसवे 2025: यूपी और हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास

नया एक्सप्रेसवे: यूपी और हरियाणा के यात्रियों के लिए खुशखबरी

यूपी और हरियाणा के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। सरकार गोरखपुर से पानीपत तक एक नया 750 किमी लंबा एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बना रही है। पहले यह प्रोजेक्ट गोरखपुर से शामली तक सीमित था, लेकिन अब इसे हरियाणा के पानीपत तक बढ़ा दिया गया है। यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के 22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा, जिससे पूर्वांचल से NCR तक की यात्रा में काफी कमी आएगी। खास बात यह है कि गोरखपुर से हरिद्वार का सफर अब 8 घंटे तक कम हो जाएगा।


एक्सप्रेसवे की विशेषताएँ

यह एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसका निर्माण नई भूमि पर किया जाएगा। इसमें 6 लेन का निर्माण होगा, जिसे भविष्य में 8 लेन में परिवर्तित किया जा सकेगा। अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा निर्धारित की गई है, और कुछ हिस्से टोल-फ्री होंगे। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 35,000 करोड़ रुपये है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार हो चुकी है और मार्च 2026 तक अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है। निर्माण कार्य 2026 में शुरू होकर 2029 तक पूरा होने की योजना है।


रूट मैप और लाभ

यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल, मध्य यूपी और पश्चिमी यूपी को हरियाणा से जोड़ेगा। इससे राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाम की समस्या कम होगी और भारी ट्रैफिक का डायवर्जन संभव होगा।


यात्रियों और क्षेत्र के लोगों को क्या लाभ होगा?



  1. समय की बचत:



    • गोरखपुर से हरिद्वार का सफर अब 8 घंटे कम होगा।

    • बलरामपुर से हरिद्वार की यात्रा में 6 घंटे की कमी आएगी।

    • पूर्वांचल से दिल्ली-NCR और हरियाणा की दूरी में भी कमी आएगी।



  2. बेहतर कनेक्टिविटी:



    • पूर्वांचल अब सीधे NCR, हरियाणा और पंजाब से जुड़ेगा।

    • सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होकर बंगाल तक नया रास्ता खुलेगा।

    • उत्तर भारत के लिए एक नया हाई-स्पीड नेटवर्क तैयार होगा।



  3. ड्राइविंग और EV उपयोगकर्ताओं के लिए फायदे:



    • हाईवे पर 120 किमी/घंटा की स्पीड।

    • हर 50 किमी पर EV चार्जिंग स्टेशन।

    • कम ईंधन खर्च और कम टायर वियर।

    • इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज में 20-30% तक बढ़ोतरी।




प्रोजेक्ट का वर्तमान अपडेट

NHAI अयोध्या ने सर्वे का कार्य संभाला है। इस प्रोजेक्ट को 11 पैकेजों में विभाजित किया जाएगा। मार्च 2026 से भूमि अधिग्रहण शुरू होगा और 2026 में ग्राउंड-ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जाएगी। एक्सप्रेसवे 2029 तक पूरी तरह तैयार होने की संभावना है।