भगवंत मान का जापान दौरा: पंजाब के लिए निवेश और रोजगार की नई उम्मीदें
मुख्यमंत्री का जापान दौरा
चंडीगढ़: पंजाब की जनता ने वर्षों तक देखा कि कैसे नेता अपने टैक्स के पैसे से विदेशों में घूमते थे, लेकिन कभी भी राज्य के लिए कुछ नया नहीं लाते थे। आज, मुख्यमंत्री भगवंत मान जापान और दक्षिण कोरिया के 10 दिन के दौरे पर हैं, जिसमें उनका उद्देश्य केवल निवेश और रोजगार लाना है, न कि परिवार या शॉपिंग के लिए जाना।
सुखबीर बादल की विदेश यात्राएं
सुखबीर बादल की विदेश यात्राएं हमेशा विवादों में रही हैं। दुबई में शॉपिंग और दक्षिण अफ्रीका में छुट्टियां मनाने का खर्च पंजाब की जनता ने उठाया। लंदन ओलंपिक देखने के लिए सरकारी खजाने से पैसे लिए गए, लेकिन जब वे लौटे, तो हाथ में कुछ नहीं था।
चरणजीत चन्नी ने चुनाव हारने के बाद कनाडा और अमेरिका में महीनों बिताए, जबकि कैप्टन अमरिंदर लंदन में अपने आलीशान घर में व्यस्त रहे।
भगवंत मान का कार्य केंद्रित दौरा
भगवंत मान ने जापान में टोप्पन स्पेशलिटी फिल्म्स से 400 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। उन्होंने टोक्यो और ओसाका में कई कंपनियों के साथ सीधी बातचीत की। इस यात्रा में न तो परिवार था और न ही कोई लग्जरी होटल, केवल मीटिंग और निवेश समझौते।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया, "मेरा एक ही उद्देश्य है - पंजाब में फैक्ट्रियां लगें और युवाओं को रोजगार मिले।" अब विदेश यात्रा का मतलब केवल मौज-मस्ती नहीं, बल्कि रोजगार लाने का साधन है।
जनता की नई सोच
पंजाब की जनता अब समझ चुकी है कि पुरानी सरकारों की विदेश यात्राएं केवल परिवार की छुट्टियों और पैसे की बर्बादी का कारण थीं। आज की सरकार की विदेश यात्राएं निवेश और रोजगार का साधन बन गई हैं।
भगवंत मान ने साबित कर दिया है कि सच्चा नेता वही है जो जनता के पैसे का सही उपयोग करता है। अब पंजाब का नया नारा है, "पुराने लीडर ले गए दुबई-लंदन, मान साहब ला रहे जापान से रोजगार!"
