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मध्य प्रदेश में हज यात्रा धोखाधड़ी का मामला, दो आरोपी गिरफ्तार

मध्य प्रदेश में हज यात्रा के नाम पर एक बड़ा धोखाधड़ी मामला सामने आया है, जिसमें आठ लोगों से ₹18.62 लाख की ठगी की गई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से फरार थे। यह मामला ऑनलाइन लेन-देन से जुड़ा है, और पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। जांच जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही और जानकारी सामने आएगी।
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मध्य प्रदेश में हज यात्रा धोखाधड़ी का मामला, दो आरोपी गिरफ्तार

मंदसौर में धोखाधड़ी का खुलासा


मंदसौर: मध्य प्रदेश में एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें मंदसौर और उज्जैन के आठ व्यक्तियों से हज यात्रा के नाम पर ₹18.62 लाख की ठगी की गई है। पुलिस ने इस मामले में राजस्थान के जोधपुर से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। मंदसौर के एसपी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि यह मामला इस वर्ष अप्रैल में तब शुरू हुआ जब कई पीड़ितों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई।


आरोपियों ने किया पैसों का गबन

पीड़ितों के अनुसार, आरोपियों अवैज रजा और सैयद हैदर अली ने हज यात्रा पैकेज का झांसा देकर उनसे बड़ी रकम वसूली। पीड़ितों ने बताया कि आरोपियों ने पैसे तो ले लिए, लेकिन न तो यात्रा कराई और न ही पैसे लौटाए। सभी लेन-देन ऑनलाइन हुए, जिससे पुलिस को धन के प्रवाह पर नजर रखने में सहायता मिली। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है ताकि धन का दुरुपयोग रोका जा सके।


आरोपियों की गिरफ्तारी

एसपी मीणा ने कहा कि बैंक खातों से संबंधित आगे की कार्रवाई अदालत द्वारा निर्धारित की जाएगी। आरोपी लंबे समय से फरार थे और जोधपुर में कई पुलिस छापों के बावजूद वे हर बार भागने में सफल रहे। लेकिन तकनीकी साक्ष्यों, मोबाइल ट्रैकिंग और खुफिया सूचनाओं के आधार पर मंदसौर पुलिस ने राजस्थान पुलिस की सहायता से उन्हें गिरफ्तार किया।


अदालत में पेशी और आगे की कार्रवाई

दोनों आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब ठगी गई राशि की वसूली और पीड़ितों को वापस करने की कोशिश कर रही है। आवेज रजा और सैयद हैदर अली पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 316(2) और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो आपराधिक विश्वासघात और वित्तीय अपराधों से संबंधित हैं।


पुलिस की चेतावनी

यह मामला लोगों को ऑनलाइन भुगतान करते समय, विशेषकर तीर्थयात्रा पैकेजों के लिए, सतर्क रहने की एक महत्वपूर्ण चेतावनी है। पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि वे किसी भी ट्रैवल एजेंसी की प्रामाणिकता की पुष्टि करने से पहले लेन-देन करें। जांच अभी भी जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही और जानकारी सामने आएगी।