मुरादाबाद में अधिकारियों के खिलाफ झूठी शिकायतें करने वाले गिरोहों पर कार्रवाई

जिलाधिकारी ने गठित की जांच समिति
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में, जिलाधिकारी ने उन गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तीन अधिकारियों की एक जांच समिति का गठन किया है, जो अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ पहचान छिपाकर शिकायतें भेजते हैं। यह समिति उन गिरोहों की पहचान करेगी जो कूटरचित तरीके से शिकायतें भेजकर अनुचित लाभ का दबाव बनाते हैं। इसके बाद, उन पर एनएसए, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। जांच समिति संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित करने के लिए मुरादाबाद के डाकघरों से सीसीटीवी फुटेज भी इकट्ठा करेगी। इसके लिए सभी ग्रामीण और शहरी डाकघरों को सीसीटीवी से लैस करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बिना साक्ष्य और नाम-पता के निजी शिकायतें करने वाले गिरोहों की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन गुलाब चंद्र के नेतृत्व में एक समिति बनाई है। इस समिति में अपर जिलाधिकारी प्रशासन के अलावा पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) और उपाधीक्षक मुख्य डाकघर भी शामिल हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में तैनात अधिकारियों के खिलाफ निराधार शिकायतें करके उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया जाता है, जिससे सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे कार्य किसी संगठित गिरोह द्वारा किए जाने की संभावना को नकारा नहीं किया जा सकता। इसलिए, यह समिति ऐसे शिकायतकर्ताओं और गिरोहों की पहचान करेगी और उनके कृत्यों की जांच करेगी। यदि दोषी पाए गए, तो उनके खिलाफ एनएसए, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पिछले तीन महीनों में, डाकघरों के माध्यम से बिना नाम और पता के जो भी डाक भेजी गई है, उनके भेजने वालों की जानकारी संबंधित डाकघर से प्राप्त की जाएगी। इसके साथ ही, यदि कोई डाक दूसरे व्यक्ति के नाम और पते पर भेजी गई है, तो उनकी पहचान डाकघरों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जिन डाकघरों में सीसीटीवी नहीं लगे हैं, वहां तत्काल सीसीटीवी लगवाए जाएं। डाकघरों के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों को बल्क में डाक भेजने वाले व्यक्तियों का पहचान पत्र या आधार कार्ड लेकर रिकॉर्ड व्यवस्थित किया जाएगा। सहयोग न करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी समिति को दी जाएगी। सभी सरकारी कार्यालयों से भी उन लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी जो बिना नाम और पता लिखे फर्जी शिकायतें करके दबाव बनाते हैं। यह जांच समिति जनपद में पहली बार बनाई गई है, जिससे अधिकारियों और आम जनता में चर्चा हो रही है। अधिकारियों को उम्मीद है कि अब झूठी शिकायतें करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।