वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन यात्रा में निचली बर्थ पाने के उपाय
वरिष्ठ नागरिकों की यात्रा में बर्थ की समस्या
नई दिल्ली: लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को अक्सर निचली बर्थ नहीं मिल पाने की समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बुजुर्गों के लिए ऊपरी या मध्य बर्थ पर चढ़ना कठिन होता है। भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली बर्थ को प्राथमिकता देने का नियम बनाया है, लेकिन कई बार यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती। हाल ही में एक टिकट एग्जामिनर (टीटीई) का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने इस समस्या का कारण बताया।
टीटीई द्वारा दी गई जानकारी
यह वीडियो डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में रिकॉर्ड किया गया था, जिसे यात्रियों ने इसकी स्पष्ट जानकारी के लिए सराहा। वीडियो में टीटीई ने बताया कि चार वरिष्ठ नागरिक उनके पास आए थे, जिन्हें निचली बर्थ नहीं मिली, जबकि वे सभी पात्र थे। इसके बजाय, उन्हें ऊपरी या मध्य बर्थ दी गई थी।
निचली बर्थ पाने के लिए टिप्स
टीटीई के अनुसार, बहुत से लोग नहीं जानते कि वरिष्ठ नागरिक कोटा केवल तब लागू होता है जब एक ही टिकट (PNR) पर अधिकतम दो वरिष्ठ नागरिकों की बुकिंग हो। यदि एक ही टिकट पर दो से अधिक लोग हैं या कोई वरिष्ठ नागरिक किसी गैर-वरिष्ठ व्यक्ति के साथ यात्रा करता है, तो बुकिंग सामान्य कोटे में चली जाती है। इस स्थिति में, सिस्टम अपने आप निचली बर्थ की प्राथमिकता हटा देता है।
टिकट बुकिंग के लाभ
भारतीय रेलवे की आरक्षण प्रणाली इस प्रकार से बनाई गई है कि यदि पात्र वरिष्ठ नागरिक, यानी 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुरुष और 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं अकेले या किसी अन्य वरिष्ठ नागरिक के साथ यात्रा कर रहे हों, तो उन्हें निचली बर्थ अपने आप मिल जाती है। लेकिन जैसे ही टिकट में कोई युवा यात्री जुड़ता है, सिस्टम उसे सामान्य श्रेणी में डाल देता है और निचली बर्थ की गारंटी समाप्त हो जाती है।
महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष नियम
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए अलग-अलग श्रेणियों में निचली बर्थें आरक्षित की हैं। स्लीपर क्लास में 6-7, एसी 3-टियर में 4-5, और एसी 2-टियर में 3-4 बर्थ। इसके अलावा, उपनगरीय ट्रेनों में भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सीटें रखी गई हैं।
हालांकि टिकट बुकिंग के समय आयु प्रमाण पत्र देना आवश्यक नहीं होता, लेकिन यात्रा के दौरान टीटीई द्वारा पूछे जाने पर पहचान पत्र दिखाना जरूरी है। इससे यह साबित होता है कि यात्री वास्तव में वरिष्ठ नागरिक कोटे के पात्र हैं।
