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अमेरिका का बड़ा कदम: ब्राजील के जज का वीज़ा रद्द, बोलसोनारो पर कड़े प्रतिबंध

अमेरिका ने ब्राजील के न्यायाधीश अलेक्जेंडर डी मोराइस का वीज़ा रद्द कर दिया है, जो पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो पर कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए जिम्मेदार थे। बोलसोनारो पर सरकार गिराने की साजिश का आरोप है, जिसके चलते उन्हें इलेक्ट्रॉनिक निगरानी उपकरण पहनने का आदेश दिया गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने इस मामले में बयान दिया है कि यह साजिश न केवल ब्राजील में बल्कि अमेरिका में भी प्रभाव डाल रही है। जानें इस राजनीतिक तनाव के पीछे की पूरी कहानी।
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अमेरिका का बड़ा कदम: ब्राजील के जज का वीज़ा रद्द, बोलसोनारो पर कड़े प्रतिबंध

ब्राजील के जज का वीज़ा रद्द

शुक्रवार को अमेरिका ने ब्राजील के प्रमुख न्यायाधीश अलेक्जेंडर डी मोराइस का वीज़ा रद्द कर दिया। यह निर्णय उस समय लिया गया जब जज ने पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो पर कुछ गंभीर प्रतिबंध लगाए थे।


बोलसोनारो पर साजिश का आरोप

पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो पर सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप उस घटना से संबंधित है, जिसमें 6 जनवरी 2021 को ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग पर हमला किया था।


अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान

अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, "जज मोराइस की बोलसोनारो के खिलाफ की गई यह राजनीतिक साजिश अब इतनी गंभीर हो गई है कि यह न केवल ब्राजील में लोगों के अधिकारों का उल्लंघन करती है, बल्कि अमेरिका पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि मोराइस के साथ सहमत अन्य जजों और उनके परिवारों पर भी वीज़ा प्रतिबंध लागू होंगे।


बोलसोनारो पर इलेक्ट्रॉनिक निगरानी

जज मोराइस के आदेश के अनुसार, बोलसोनारो को एक इलेक्ट्रॉनिक निगरानी उपकरण (एंकल ब्रैसलेट) पहनना होगा। उन्हें रात में घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी और सोशल मीडिया का उपयोग भी नहीं कर सकेंगे। ये सभी प्रतिबंध तख्तापलट की साजिश के चलते लगाए गए हैं।


बोलसोनारो और ट्रंप का संबंध

जायर बोलसोनारो को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है। दोनों नेता यह दावा करते रहे हैं कि वे राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हो रहे हैं। ट्रंप अक्सर अमेरिकी न्यायाधीशों के फैसलों पर भी सवाल उठाते हैं।


ब्राजील पर अमेरिकी टैरिफ

इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने ब्राजील पर 50% टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने की घोषणा की है। यह कदम ब्राजील की वर्तमान वामपंथी सरकार और राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा पर दबाव बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। अमेरिका और ब्राजील के बीच बढ़ता तनाव अब राजनीति से न्यायपालिका और आर्थिक निर्णयों तक फैल गया है। वीज़ा रद्द करने और आयात शुल्क लगाने जैसे निर्णय दोनों देशों के संबंधों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।