उद्धव ठाकरे का महाराष्ट्र सरकार पर हमला: मुंबई की अहमियत को कम करने का आरोप

उद्धव ठाकरे का तीखा बयान
उद्धव ठाकरे का हमला: शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार मुंबई की महत्वता को घटा रही है और महत्वपूर्ण उद्योगों को गुजरात में स्थानांतरित कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि "जो लोग मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिश करेंगे, उन्हें हम टुकड़े-टुकड़े कर देंगे।"
मुंबई की आर्थिक स्थिति
ठाकरे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "हम तोड़ने की भाषा का प्रयोग नहीं करते, लेकिन मुंबई की महत्वता धीरे-धीरे कम हो रही है। किसने मुंबई के उद्योग और वित्तीय केंद्रों को गुजरात भेजा? यही लोग।" उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग नहीं कर सकता और इसकी महत्वता को नुकसान नहीं होने देंगे।
देश की वित्तीय राजधानी
देश की आर्थिक राजधानी
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी बताते हुए कहा, "मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी है और इसे देश की वित्तीय राजधानी माना जाता है। इसकी महत्वता कुछ लोगों को खटक रही है।"
ठाकरे के आरोप
ठाकरे ने आरोप लगाए
ठाकरे ने यह भी कहा कि वर्तमान 'महायुति' सरकार फिल्म उद्योग को अन्य राज्यों में स्थानांतरित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि डायमंड मार्केट किसने छीन लिया, बुलेट ट्रेन अहमदाबाद क्यों दी जा रही है, और मुंबई में प्रस्तावित वित्तीय केंद्र को क्यों रोका गया।
भाषा का मुद्दा
"हिंदी थोपने नहीं देंगे"
भाषा के मुद्दे पर भी उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि किसी भी भाषा का विरोध नहीं है, लेकिन प्राथमिक शिक्षा में हिंदी को जबरन थोपने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने याद दिलाया कि जब वे मुख्यमंत्री थे (2019-2022), तब भी उन्हें नई शिक्षा नीति (NEP 2020) प्राप्त हुई थी, लेकिन उसमें शामिल तीन-भाषा नीति को लागू नहीं किया गया।
ठाकरे की कटाक्ष
ठाकरे ने किया कटाक्ष
ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी कटाक्ष किया और कहा कि फडणवीस को पहले अपनी भाषा और नीति को समझने की कोशिश करनी चाहिए, फिर दूसरों को सिखाना चाहिए। उद्धव ठाकरे की यह तीखी टिप्पणी ऐसे समय आई है जब महाराष्ट्र की राजनीति में मराठी अस्मिता, मुंबई की पहचान और सांस्कृतिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दे फिर से गरमा रहे हैं।