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उद्धव ठाकरे ने मुंबई में सत्य के लिए मार्च में चुनावी अनियमितताओं पर उठाया सवाल

मुंबई में महाविकास आघाड़ी द्वारा आयोजित 'सत्याचा मोर्चा' में उद्धव ठाकरे ने चुनावी अनियमितताओं पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए लोगों से अपील की कि वे लोकतंत्र के साथ धोखा करने वालों को पहचानें। ठाकरे ने कहा कि यदि लोग अब भी चुप रहे, तो चुनावों की निष्पक्षता पर खतरा मंडराएगा। रैली में एमवीए के समर्थक और अन्य नेता एकजुट होकर चुनावों की पारदर्शिता की मांग कर रहे थे।
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उद्धव ठाकरे ने मुंबई में सत्य के लिए मार्च में चुनावी अनियमितताओं पर उठाया सवाल

मुंबई में सत्य के लिए मार्च का आयोजन


मुंबई: शनिवार को मुंबई में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) द्वारा 'सत्याचा मोर्चा' नामक रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में उद्धव ठाकरे, जो शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हैं, ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया। उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ियों का मुद्दा उठाते हुए लोगों से अपील की कि वे उन लोगों को पहचानें जो लोकतंत्र के साथ धोखा कर रहे हैं और उन्हें सबक सिखाएं।


मतदाता सूची में अनियमितताओं पर उठाए सवाल

एक ही पते पर कई मतदाताओं के नाम दर्ज होने पर उठाया सवाल


उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, 'जहां भी वोट चोर दिखें, उन्हें रोकें, सवाल पूछें और सच्चाई को सामने लाएं।' उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनका नाम मतदाता सूची में सही तरीके से दर्ज है। ठाकरे ने व्यंग्य करते हुए कहा कि यदि एक शौचालय की सीट पर 100 मतदाताओं के नाम हो सकते हैं, तो सोचिए आपके घर पर कितने होंगे।


मतदाता सूचियों में अनियमितताओं के आरोप

बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के आरोप


यह बयान उस समय आया है जब राज्य की मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि कई क्षेत्रों में एक ही पते पर सैकड़ों मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, कुछ स्थानों पर 800 से अधिक लोगों का नाम एक ही पते से दर्ज पाया गया है, जिससे मतदाताओं की वास्तविक संख्या पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।


इस रैली का उद्देश्य सरकार और चुनाव आयोग पर दबाव बनाना था ताकि मतदाता सूची में पारदर्शिता लाई जा सके। ठाकरे ने कहा कि यदि लोग अब भी आवाज नहीं उठाते हैं, तो चुनावों की निष्पक्षता पर भरोसा खत्म हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र तभी बचेगा जब जनता जागरूक रहे और अपने अधिकारों की रक्षा करे।


रैली में बड़ी संख्या में एमवीए समर्थक, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता शामिल हुए। मंच से सभी नेताओं ने एकजुट होकर यह संदेश दिया कि महाराष्ट्र में चुनाव निष्पक्ष तरीके से होने चाहिए और किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।