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कैराना सांसद इकरा हसन के खिलाफ वायरल पोस्टर: जनता ने मांगा एक साल का हिसाब

कैराना सांसद इकरा हसन का एक वायरल पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है, जिसमें जनता ने उनसे एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्योरा मांगा है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब इकरा ने सहारनपुर के एडीएम पर अभद्रता का आरोप लगाया। इसके बाद, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एडीएम के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। जनता ने इस मामले को लेकर सांसद से सवाल उठाए हैं कि आखिर क्यों उन्होंने इस मुद्दे को इतना हाइलाइट किया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और जनता की प्रतिक्रिया।
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कैराना सांसद इकरा हसन के खिलाफ वायरल पोस्टर: जनता ने मांगा एक साल का हिसाब

कैराना सांसद इकरा हसन का विवादित पोस्टर

कैराना सांसद इकरा हसन का वायरल पोस्टर: उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के एडीएम संतोष बहादुर सिंह के मामले के बाद, सांसद इकरा हसन का एक पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्टर में लिखा गया है, "अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्योरा दें, सस्ती लोकप्रियता की कोशिश न करें।" दरअसल, इकरा हसन ने एडीएम पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कमिश्नर से शिकायत की थी। इसके बाद, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा। इसके परिणामस्वरूप, पार्टी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न जिलों में ज्ञापन सौंपकर एडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस विवाद के बढ़ने पर, कैराना की जनता ने एक पोस्टर बनाकर सांसद से एक साल का हिसाब मांगा।


कैराना की जनता की प्रतिक्रिया

कैराना की जनता ने एक पोस्टर तैयार किया जिसमें लिखा गया है कि सांसद इकरा हसन को अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्योरा देना चाहिए। पोस्टर में यह भी कहा गया है कि विकास का क्या हुआ? इसके साथ ही, एक संदेश भी वायरल हो रहा है जिसमें पूछा गया है कि सांसद को इस मामले को इतना हाइलाइट करने की क्या मजबूरी थी। यह जांच का विषय है कि यदि कोई गलती हुई है तो कार्रवाई की जाएगी। यह मामला सांसद के व्यक्तिगत मुद्दे से संबंधित है, जिसका क्षेत्र की जनता से कोई लेना-देना नहीं है।


एडीएम से विवाद का कारण

क्यों हुआ विवाद: सांसद इकरा ने आरोप लगाया कि 1 जुलाई को वह सहारनपुर के एडीएम संतोष बहादुर से मिलने गईं थीं। पहले उन्हें बताया गया कि एडीएम लंच पर हैं और समस्याएं लिखित में देने की सलाह दी गई। उसी दिन, सांसद ने नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ एडीएम कार्यालय का दौरा किया। इकरा ने आरोप लगाया कि एडीएम ने शमा के साथ असम्मानजनक व्यवहार किया। जब इकरा ने हस्तक्षेप किया, तो एडीएम ने उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया। इसके बाद, सांसद ने कमिश्नर को पत्र लिखकर एडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।