क्या ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका? जानें उनके दावों की सच्चाई

ट्रंप का बड़ा दावा
19 जुलाई को, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में भारत और पाकिस्तान जैसे दो परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध की संभावना को टाल दिया गया। ट्रंप के अनुसार, उनके प्रशासन की व्यापारिक नीतियों और समझौतों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
ट्रंप ने कहा कि उनके शासन में कई संभावित युद्धों को रोका गया, जिनमें से एक भारत और पाकिस्तान के बीच था। उन्होंने बताया कि उस समय दोनों देशों के बीच स्थिति इतनी गंभीर थी कि विमान भी गिराए जा रहे थे। ट्रंप ने कहा, 'लगभग पांच जेट विमान गिराए गए थे। ये दोनों देश अत्यधिक शक्तिशाली परमाणु क्षमता रखते हैं और उस समय एक-दूसरे पर हमले की स्थिति में थे।' उन्होंने यह भी कहा कि यह एक नए प्रकार का युद्ध जैसा लग रहा था, जिसे उनकी टीम ने सफलतापूर्वक टाल दिया।
व्यापारिक नीतियों का प्रभाव
#WATCH | Washington, D.C.: US President Donald Trump says, "We stopped a lot of wars. And these were serious, India and Pakistan, that was going on. Planes were being shot out of there. I think five jets were shot down, actually. These are two serious nuclear countries, and they… pic.twitter.com/MCFhW406cT
— News Media (@NewsMedia) July 18, 2025
ट्रंप ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने व्यापार को एक रणनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया। उनका संदेश था कि यदि परमाणु या अन्य हथियारों का उपयोग किया गया, तो अमेरिका व्यापारिक समझौते नहीं करेगा। इसी कारण दोनों देशों ने पीछे हटने का निर्णय लिया। ट्रंप का मानना है कि इस नीति ने दक्षिण एशिया में स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ईरान के खिलाफ कार्रवाई
इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने ईरान के खिलाफ कार्रवाई के दौरान उसकी परमाणु क्षमताओं को समाप्त करने का कार्य किया। उनका यह बयान न केवल उनकी विदेश नीति की सोच को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि वैश्विक कूटनीति में व्यापार को शांति स्थापना के एक प्रभावशाली साधन के रूप में कैसे उपयोग किया जा सकता है।