पंजाब में धान की खरीद 150 लाख मीट्रिक टन के पार, किसानों का सराहनीय योगदान
पंजाब का अन्न भंडार में योगदान
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पंजाब ने देश के अन्न भंडार में दिया सराहनीय योगदान
चंडीगढ़ : इस वर्ष मानसून के दौरान आई भयानक बाढ़ के कारण किसानों की लाखों एकड़ फसलें प्रभावित होने के बावजूद, पंजाब ने रिकॉर्ड धान उत्पादन किया है। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, कठिनाइयों के बावजूद, राज्य की मंडियों में 150 मीट्रिक टन धान की आवक और खरीद हो चुकी है, जो किसानों के योगदान को दर्शाता है।
धान खरीद की प्रक्रिया
हाल ही में आई बाढ़ के बावजूद, पंजाब की मंडियों में धान की आमद और खरीद 150 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) के आंकड़े को पार कर गई है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, पंजाब सरकार ने धान खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं, जिसके चलते 10 नवंबर तक 11 लाख से अधिक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ मिला है।
पटियाला में धान खरीद की स्थिति
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री लाल चंद कटारूचक्क के नेतृत्व में धान की खरीद और भुगतान का कार्य तेजी से चल रहा है। पटियाला जिला अब तक 96,852 किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ देकर सबसे आगे है। 10 नवंबर की शाम तक, राज्य की मंडियों में कुल 1,51,80,075.88 मीट्रिक टन धान की आमद हुई है।
इसमें से 1,50,35,129.93 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है, जो कि 99 प्रतिशत है। कुल 1,35,67,492.78 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिंग हो चुकी है, जो खरीदी गई कुल फसल का लगभग 90 प्रतिशत है। किसानों को 34,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।
