पंजाब में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई, मुख्यमंत्री मान की प्रतिबद्धता
नशे के खिलाफ जंग में सरकार की दृढ़ता
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नशे के खिलाफ अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को फिर से स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि पिछले प्रशासन ने नशे के कारोबार को बढ़ावा दिया, जिससे युवा पीढ़ी प्रभावित हुई। मान ने बताया कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से नशा तस्करों के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन नेताओं ने नशे के व्यापार को संरक्षण दिया, उन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
सरकारी गाड़ियों का दुरुपयोग
मान ने आरोप लगाया कि कुछ नेता न केवल नशे के व्यापार को बढ़ावा देते थे, बल्कि सरकारी गाड़ियों का उपयोग करके नशा भी सप्लाई करते थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इन नेताओं को गिरफ्तार कर यह साबित कर दिया है कि अब कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
पुलिस की सक्रियता
पंजाब पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पिछले आठ महीनों में 23,164 एफआईआर दर्ज की हैं और 34,727 तस्करों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस सभी 28 जिलों में एक साथ अभियान चला रही है। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को नशामुक्त पंजाब के लिए विशेष निर्देश दिए हैं।
नशीले पदार्थों की बरामदगी
पंजाब पुलिस ने 1512 किलोग्राम हेरोइन के अलावा 533 किलो अफीम, 260 क्विंटल भूक्की, 35 किलो चरस, 523 किलो गांजा, 15 किलो आईसीई, और 39 लाख नशीली गोलियां जब्त की हैं। हाल ही में 245वें दिन, पुलिस ने 43 तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 4.6 किलो हेरोइन और 12,700 रुपये की ड्रग मनी बरामद की।
