प्रधानमंत्री मोदी का 75वां जन्मदिन: एक साधारण कार्यकर्ता से वैश्विक नेता तक का सफर

प्रधानमंत्री मोदी का प्रभावशाली सफर
PM मोदी का 75वां जन्मदिन: गुजरात के वडनगर से निकलकर विश्व राजनीति में अपनी पहचान बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय राजनीति के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों में से एक माने जाते हैं। बुधवार को अपने 75वें जन्मदिन के अवसर पर उन्हें देश-विदेश से बधाइयों का तांता लगा रहा। 1950 में जन्मे मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक नेतृत्व की नई परिभाषा स्थापित की।
पिछले 50 वर्षों में, PM नरेंद्र मोदी ने संगठन के प्रचारक से लेकर दिल्ली की सत्ता के गलियारों तक और गुजरात की कुर्सी से लेकर वैश्विक मंच तक एक ऐसा सफर तय किया है जिसने भारतीय राजनीति की धारा को बदल दिया है। आज PM मोदी को भाजपा के तेजी से उभरने और भारत की बदलती राजनीतिक तस्वीर का प्रतीक माना जाता है।
1950-1985: RSS से भाजपा तक का सफर
PM नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर कस्बे में दामोदरदास और हीराबा के घर हुआ। 1972 तक उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल होकर पूर्णकालिक प्रचारक बनने का सफर तय किया। 1985 में आरएसएस ने उन्हें भाजपा की गुजरात इकाई में कार्य करने का जिम्मा सौंपा।
1985-2001: राष्ट्रीय राजनीति से गुजरात की सत्ता तक
1987 में PM नरेंद्र मोदी गुजरात भाजपा के महासचिव बने और उन्होंने स्थानीय और विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1995 में भाजपा ने गुजरात चुनावों में जीत हासिल की, जिसके बाद PM मोदी को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में सचिव बनाया गया। 1998 में वे महासचिव बने और 2001 में केशुभाई पटेल की जगह उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
2001-2014: गुजरात मॉडल और प्रधानमंत्री पद की ओर
मुख्यमंत्री रहते हुए PM मोदी ने लगातार 2002, 2007 और 2012 के चुनावों में भाजपा को जीत दिलाई। इस दौरान 'गुजरात मॉडल' आर्थिक विकास और अवसंरचना के लिए देशभर में चर्चा का विषय बना। 2013 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को 2014 के आम चुनावों के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया।
2014-2025: भाजपा का चेहरा और नए भारत की पहचान
2014 में भाजपा ने पहली बार अपने दम पर बहुमत हासिल किया और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उनके पहले कार्यकाल में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत हुई। 2016 में नोटबंदी और 2017 में जीएसटी लागू हुआ। 2019 में एक बार फिर बड़ी जीत के साथ नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उनके दूसरे कार्यकाल में अनुच्छेद 370 हटाया गया, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाया गया और पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की गई। कोविड महामारी के दौरान भारत ने रिकॉर्ड वैक्सीन उत्पादन कर वैश्विक पहचान बनाई।
2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन से तीसरी बार सरकार बनाई। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, यह उपलब्धि अब तक केवल जवाहरलाल नेहरू के पास थी। 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाकर इतिहास रच दिया।
PM मोदी की राजनीतिक विरासत
नरेंद्र मोदी का सफर एक साधारण परिवार से शुरू होकर वैश्विक नेतृत्व तक पहुंचने की कहानी है। बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करना हो, भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करना हो या फिर आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख दिखाना- PM मोदी की पहचान एक निर्णायक नेता के रूप में रही है।