बिजली महादेव मंदिर में सावन में दर्शन और आयोजनों पर रोक

सावन में भक्तों के लिए नई पाबंदियाँ
कुल्लू- इस बार सावन के महीने में भक्तों को बिजली महादेव के दर्शन मंदिर के बाहर से ही करने होंगे। देव आदेश के अनुसार, यहां छह महीने तक कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा और श्रद्धालुओं को ठहरने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी। बताया जा रहा है कि भगवान बिजली महादेव ने रोपवे निर्माण प्रक्रिया को लेकर नाराजगी जताई है, जिसके चलते भंडारे के आयोजन पर भी रोक लगाई गई है।
भंडारे की परंपरा पर रोक
हर साल सावन में बिजली महादेव मंदिर में भंडारे का आयोजन होता है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और अपनी मनोकामनाओं के लिए प्रार्थना करते हैं। लेकिन इस वर्ष देवता ने श्रद्धालुओं के रुकने और भंडारे के आयोजन पर पाबंदी लगाई है। इसके अलावा, मंदिर परिसर में कुछ नई दरारें भी देखी गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ गई है कि कहीं कोई बड़ी आपदा न आ जाए। पिछले कुछ वर्षों से बिजली महादेव रोपवे को लेकर विवाद चल रहा है। भगवान बिजली महादेव ने गुर देवता के माध्यम से स्पष्ट किया है कि रोपवे का निर्माण नहीं होना चाहिए, लेकिन कुछ नेता अपनी जिद के चलते इसे बनाने पर अड़े हुए हैं।