बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री पद पर वापसी की संभावना
बिहार की राजनीति में नया मोड़
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों ने राज्य की राजनीतिक दिशा को एक बार फिर बदल दिया है। NDA ने 200 से अधिक सीटों पर शानदार जीत हासिल की है, जिसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
चिराग पासवान का नीतीश कुमार पर विश्वास
चुनावी सफलता के बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने स्पष्ट किया है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए को ऐतिहासिक जनादेश दिया है, जो यह दर्शाता है कि गठबंधन एकजुट है। चिराग की पार्टी एलजेपी (आरवी) ने दो सीटें जीती हैं और 17 पर बढ़त बनाए हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में जनता ने उन लोगों को जवाब दिया है जिन्होंने एनडीए की ताकत पर संदेह किया था।
जेडीयू का बयान और विवादित पोस्ट
जेडीयू ने दिन की शुरुआत में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया था जिसमें कहा गया था कि नीतीश कुमार 'थे, हैं और रहेंगे' बिहार के मुख्यमंत्री। हालांकि, यह पोस्ट कुछ ही मिनटों में हटा दी गई, जिससे राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गईं। जेडीयू के नेताओं का कहना है कि पार्टी में नेतृत्व को लेकर कोई भ्रम नहीं है और नीतीश कुमार ही स्वाभाविक दावेदार हैं।
एनडीए नेताओं का समर्थन
एनडीए के कई नेताओं ने नीतीश कुमार के समर्थन में अपनी बात रखी। भाजपा नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि जनता ने एनडीए सरकार की नीतियों और नेतृत्व पर भरोसा जताया है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव परिणाम यह दर्शाते हैं कि महागठबंधन के गैर-जिम्मेदार बयानों का जनता ने जवाब दिया है। रामकृपाल यादव ने स्पष्ट किया, 'नीतीश कुमार हैं और रहेंगे बिहार के मुख्यमंत्री।'
शंभवी चौधरी का विश्वास
एलजेपी (आरवी) की सांसद शंभवी चौधरी ने भी नीतीश कुमार पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और नीतीश कुमार इस मिशन का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नई सरकार बिहार में विकास के नए अध्याय की शुरुआत करेगी और गठबंधन मिलकर मजबूत प्रशासन प्रदान करेगा।
महागठबंधन की स्थिति
जहां एनडीए ने राज्य में बढ़त बनाई है, वहीं आरजेडी और महागठबंधन पीछे रह गए हैं। आरजेडी ने छह सीटें जीती हैं और 20 पर आगे है। चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए की जीत महागठबंधन के 'अहंकार' के खिलाफ जनता का स्पष्ट संदेश है। उन्होंने कहा कि बिहार ने इस बार भी विकास और स्थिरता को चुना है, न कि भ्रमित करने वाली राजनीति को।
