भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में बाढ़ को सरकार की लापरवाही बताया

हरियाणा की बाढ़ पर पूर्व मुख्यमंत्री का बयान
चंडीगढ़- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा की वर्तमान स्थिति और सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि हाल की बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं थी, बल्कि यह पूरी तरह से सरकार की लापरवाही का नतीजा है। उनके अनुसार, आवश्यक कदम समय पर नहीं उठाए गए।
हुड्डा ने विधायकों से अपील की कि वे एक महीने का वेतन राहत कोष में डालें ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता मिल सके। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब सैटेलाइट के जरिए पराली जलाने के चालान किए जा सकते हैं, तो किसानों की गिरदावरी क्यों नहीं की जा सकती? अमृत योजना पर भी उन्होंने सवाल उठाए और आरोप लगाया कि इसमें घोटाले हुए हैं। वर्तमान में 6000 से अधिक गांवों में पानी भरा हुआ है और सीवरेज की सफाई नहीं की गई है।
हुड्डा ने बीपीएल कार्ड के मुद्दे पर भी सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले 52 लाख बीपीएल कार्ड बनाए गए और 80 प्रतिशत लोगों को बीपीएल घोषित किया गया, लेकिन अब वही कार्ड काटे जा रहे हैं। यह वोट चोरी का एक तरीका है। अभय चौटाला के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रॉक्सी वॉर है। अगर भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला हो, तो भाजपा कभी जीत नहीं सकती। कभी जेजेपी तो कभी आईएनएलडी को मैदान में उतार दिया जाता है।
दिल्ली और पंजाब की राजनीति पर भी हुड्डा ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब केजरीवाल ने 27 विधायकों की टिकट काटी, तो केवल 4 ही जीत पाए। वहीं, पंजाब में प्रवासियों के साथ हो रही घटनाओं पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह भारत है और हर नागरिक को यहां रहने का पूरा अधिकार है। उन्होंने सवाल किया कि क्या मैं उत्तर प्रदेश में नहीं रह सकता? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हुड्डा ने उन्हें शुभकामनाएं दीं, लेकिन सेवा पखवाड़े पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह याद 11 साल बाद क्यों आई? क्या पहले प्रधानमंत्री का जन्मदिन नहीं आता था? उस समय उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया और अब चुनाव से पहले पखवाड़ा मना रहे हैं।