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राहुल गांधी पर एमए बेबी का तीखा जवाब: क्या कांग्रेस ने माकपा का समर्थन भुला दिया?

माकपा महासचिव एमए बेबी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। यह प्रतिक्रिया राहुल द्वारा आरएसएस और माकपा की तुलना करने पर आई है। बेबी ने राहुल को याद दिलाया कि 2004 में कांग्रेस ने वामपंथी समर्थन के बिना सरकार नहीं बनाई थी। इस बयान के बाद, विपक्षी गठबंधन 'आइएनडीआइए' की बैठक में दोनों दलों के बीच वैचारिक मतभेदों पर सवाल उठने लगे हैं। जानें इस राजनीतिक विवाद की पूरी कहानी।
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राहुल गांधी पर एमए बेबी का तीखा जवाब: क्या कांग्रेस ने माकपा का समर्थन भुला दिया?

एमए बेबी का राहुल गांधी पर कड़ा जवाब

माकपा के महासचिव एमए बेबी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। यह प्रतिक्रिया राहुल द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और माकपा की तुलना करने पर आई है। बेबी ने राहुल को याद दिलाया कि 2004 में कांग्रेस ने वामपंथी समर्थन के बिना केंद्र में सरकार नहीं बनाई थी।


राहुल गांधी के बयान पर एमए बेबी की प्रतिक्रिया

एमए बेबी का राहुल पर पलटवार 


एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जारी बयान में, एमए बेबी ने राहुल के बयान को "समझ की कमी" का संकेत बताया। उन्होंने कहा कि केरल में माकपा हमेशा आरएसएस के खिलाफ वैचारिक और राजनीतिक संघर्ष में सबसे आगे रही है। राहुल गांधी ने केरल के कोट्टायम में कहा था कि वह आरएसएस और माकपा दोनों से वैचारिक रूप से टकराते हैं, लेकिन उनकी सबसे बड़ी शिकायत यह है कि इन दोनों संगठनों में आम लोगों के प्रति संवेदना की कमी है।


क्या राहुल गांधी को कांग्रेस का रिकॉर्ड पता है?

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बेबी ने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी को पता है कि केरल में आरएसएस के खिलाफ कांग्रेस का क्या रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल को भारत में माकपा और आरएसएस की भूमिका के बारे में स्पष्ट समझ नहीं है। माकपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी को यह नहीं भूलना चाहिए कि 2004 में जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार बनी थी, तब उसमें माकपा और अन्य वाम दलों का निर्णायक समर्थन था।


विपक्षी गठबंधन 'आइएनडीआइए' की बैठक

विपक्षी गठबंधन 'आइएनडीआइए' की बैठक 


यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्षी गठबंधन 'आइएनडीआइए' की बैठक शनिवार को होने जा रही है, जिसमें कांग्रेस और माकपा दोनों ही शामिल हैं। ऐसे में दोनों दलों के बीच वैचारिक मतभेद इस गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर सकते हैं। एमए बेबी ने उम्मीद जताई कि राहुल भविष्य में ऐसी टिप्पणियों से पहले अधिक गंभीरता दिखाएंगे।