हरियाणा में उद्योग स्थापना में बाधा: विजय बंसल का बयान
हरियाणा के शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष विजय बंसल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर बंद पड़ी सीमेंट फैक्ट्री और एचएमटी ट्रैक्टर प्लांट की जमीन पर उद्योग स्थापित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में कोई नया उद्योग नहीं लगा है, जिससे बेरोजगारी बढ़ी है। बंसल ने पेरीफेरी एक्ट और धारा 7ए को हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि क्षेत्र में औद्योगिक विकास हो सके।
| Nov 14, 2025, 18:54 IST
हरियाणा में उद्योगों की कमी पर विजय बंसल की चिंता
चंडीगढ़ समाचार: शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन भेजकर बंद पड़ी सीमेंट फैक्ट्री की मल्लाह क्वारी की खाली भूमि और एचएमटी ट्रैक्टर प्लांट की जमीन को हरियाणा सरकार द्वारा टेकओवर करने की मांग की है।
बंसल ने कहा कि लगभग 9 साल पहले हरियाणा की भाजपा सरकार ने कालका और पिंजौर क्षेत्र को औद्योगिक रूप से पिछड़ा घोषित किया था, लेकिन अब तक यहां कोई उद्योग स्थापित नहीं हुआ है। इसके बजाय, मौजूदा फैक्ट्रियों को बंद किया गया है। उन्होंने मांग की कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बद्दी की तर्ज पर इस क्षेत्र को औद्योगिक पैकेज दिया जाए।
विजय बंसल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी बीजेपी सत्ता में आई, तब बेरोजगारी बढ़ी। उन्होंने बताया कि 1997 में एसीसी सूरजपुर और मल्लाह की फैक्ट्रियों को बंद कर दिया गया था, जिसके कारण स्थानीय लोग पलायन करने को मजबूर हुए।
उन्होंने यह भी बताया कि 2016 में केंद्र सरकार ने एचएमटी ट्रैक्टर फैक्ट्री को बंद करने का निर्णय लिया, जिससे हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो गए। अब स्थानीय युवा हिमाचल प्रदेश की कंपनियों में कम वेतन पर काम करने को मजबूर हैं।
बंसल ने कहा कि 9 साल पहले हरियाणा सरकार ने कालका क्षेत्र को औद्योगिक पिछड़ा क्षेत्र घोषित किया था, लेकिन अब तक कोई उद्योग स्थापित नहीं हुआ। उन्होंने पेरीफेरी एक्ट 1952 और धारा 7ए को हटाने की मांग की ताकि उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा मिल सके।
पिंजौर क्षेत्र में उद्योगों की कमी पर चिंता जताते हुए बंसल ने कहा कि यहां कई एकड़ खाली भूमि है, लेकिन किसी भी सरकार ने नए उद्योग स्थापित करने का प्रयास नहीं किया।
उन्होंने बताया कि मल्लाह गांव में सीमेंट के लिए आवश्यक कंलीकर चूना पत्थर की 800 एकड़ भूमि है, लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
बंसल ने कहा कि सूरजपुर में एसीसी सीमेंट फैक्ट्री 1937 में स्थापित की गई थी, लेकिन 1997 में बंद होने के बाद से यह भूमि खाली पड़ी है। एचएमटी की 846 एकड़ भूमि भी है, जिस पर उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं।
